जानिए आखिरी बार कहां से फरार हुआ था गैंगस्टर काला जठेड़ी, हरियाणा पुलिस को थी लंबे समय से तलाश
काला जठेड़ी आखिरी बार एक फरवरी 2020 को फरीदाबाद में गुरुग्राम पुलिस की गिरफ्त से फरार हुआ था। साल 2016 में उसके ऊपर फरीदाबाद में प्रिजनर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। उस मामले में पेशी के लिए गुरुग्राम पुलिस उसे फरीदाबाद अदालत लेकर आई थी।
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी। काला जठेड़ी आखिरी बार एक फरवरी 2020 को फरीदाबाद में गुरुग्राम पुलिस की गिरफ्त से फरार हुआ था। साल 2016 में उसके ऊपर फरीदाबाद में प्रिजनर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। उस मामले में पेशी के लिए गुरुग्राम पुलिस उसे फरीदाबाद अदालत लेकर आई थी।
गुरुग्राम पुलिस जब उसे वापस लेकर जा रही थी तो गुरुग्राम मार्ग पर उसके साथियों ने पुलिस बस पर हमला कर दिया। इसमें एक पुलिसकर्मी को गोली भी लगी थी। काला जठेड़ी सहित तीन बदमाशों को उनके साथी पुलिस हिरासत से छुड़ाकर ले गए थे। इनमें छुड़ाए गए बदमाशों व छुड़ाने वालों को फरीदाबाद पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, मगर जठेड़ी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था।
फरीदाबाद पुलिस ने उसके ऊपर पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। काला जठेड़ी पर प्रदेश में 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट व डकैती के मुकदमे हैं। पुलिस सूत्र बताते हैं कि काला जठेड़ी ही लारेंस बिश्नोई और राजू बसौदी गैंग की कमान संभाल रहा था।
उम्रकैद की मिली थी सजा
सोनीपत राई निवासी संदीप उर्फ काला जठेड़ी 12वीं कक्षा तक पढ़ा है। पहले वह केबल आपरेटर था। जून 2009 में उसने रोहतक के सांपला में लूट के दौरान हत्या की वारदात की थी। इसके बाद मार्च 2010 में सोनीपत के गोहाना में हत्या व छेड़छाड़ के मुकदमे दर्ज हुए। साल 2015 व 2016 में दो हत्या करने और हत्या के प्रयास के दो मामलों में उसे उम्रकैद की सजा हो चुकी है।