UP: सूनी रात में कत्ल से पड़ोसी भी हैरान, नींद में दब गई चार लोगों की चीखें
आरोपित सुमित ने वीडियो में कहा है कि कोल्ड ड्रिंक में नींद की दवाई देने के बाद पत्नी व बच्चों का कत्ल किया है लेकिन इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगी।
गाजियाबाद, जेएनएन। पुलिस सूत्रों की मानें तो ज्यादा मात्रा में नींद की गोली देने से सुमित की पत्नी और बच्चे गहरी नींद में सो गए थे। नींद की वजह से कत्ल के दौरान उनकी चीखें बाहर नहीं निकल सकीं। पड़ोसियों ने बताया कि उन्हें रात में किसी भी तरह की चीखने-चिल्लाने की आवाजें नहीं सुनाई दीं। वहीं, एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि आरोपित सुमित ने वीडियो में कहा है कि कोल्ड ड्रिंक में नींद की दवाई देने के बाद पत्नी व बच्चों का कत्ल किया है, लेकिन इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही हत्याओं के सही समय का पता चलेगा। हत्या की रिपोर्ट दर्ज, पति का पता नहीं मृतक अंशु बाला के भाई पंकज ने अपने जीजा सुमित के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि अभी तक आरोपित पति सुमित का कुछ पता नहीं लग सका है। उसने वीडियो में कहा है कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। उसकी आखिरी लोकेशन निकाली जा रही है। वह मोबाइल को बहुत पास करके वीडियो बना रहा था, जिससे पीछे का कुछ दिखाई नहीं दिया कि उसने कहां से वीडियो बनाया और वाट्सएप ग्रुप पर डाला।
अलग-अलग मिले शव
पुलिस के मुताबिक प्रथमेश का शव ड्राइंग रूम में मिला था। जबकि अंशु बाला, आकृति और आरव का शव बेडरूम में मिला था। पूरे कमरे में खून बिखरा फैला था। सूचना पर एसपी सिटी श्लोक कुमार, एएसपी अपर्णा गौतम मौके पर पहुंचे, लेकिन एसएसपी उपेंद्र अग्रवाल मौके पर नहीं पहुंचे।
चापड़ से रेता गला
इंदिरापुरम के ज्ञानखंड चार स्थित एसएफ-175 बी में पत्नी और तीन बच्चों की हत्या की सूचना मिलते ही फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम को मौके से चापड़ बरामद हुआ। चापड़ नया था। टीम ने मौके से खाने पीने के सामान समेत अन्य सामानों को साक्ष्य के तौर पर लिया है।
खेलकूद से लेकर पढ़ाई तक प्रथम आता था प्रथमेश
सुमित और अंशु बाला का बेटा प्रथमेश इंदिरापुरम के रिवेरा पब्लिक स्कूल के पहली कक्षा में पढ़ता था। सोसायटी के लोग प्रथमेश को बहुत प्यार करते थे। स्थानीय निवासी बबीता और जयप्रकाश ने बताया कि प्रथमेश को वह प्यार से प्रथम कहकर बुलाते थे। वह उनके बच्चों के साथ खेलता था। रविवार को छुट्टी होने के कारण उनके बच्चे प्रथमेश को बुलाने गए थे। बालकनी में रखा कूलर चल रहा था। अंदर से दरवाजा नहीं खुला तो बच्चे लौट गए। प्रथमेश खेलकूद में अन्य बच्चों से अच्छा था। जैसा उसका नाम था वैसा ही उसका काम भी था। लोगों का कहना है कि पढ़ाई में भी वह अव्वल था।
बेटी पर अंशु को था गर्व
मृतक अंशु बाला को अपनी बेटी आकृति पर गर्व था। उन्होंने अपने फेसबुक प्रोफाइल में दोनों बेटे और बेटी की फोटो 'बेटी मेरा अभियान पोस्टर' में डालकर लोगों के साथ साझा किया था। पड़ोसी बबीता ने बताया कि अंशु बाला मिलनसार थीं। वह आते-जाते सभी से बात करती थीं। लोगों का कहना है कि सुमित भी काफी मिलनसार थे। पड़ोसियों का कहना है कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि सुमित ने पत्नी और बच्चों की हत्या कर दी। वह पत्नी और बच्चों को प्यार करते थे।