दिल्लीः जून महीने में डिप्थीरिया के 14 मामले आए सामने, जानिए क्या होती है ये बीमारी
दिल्ली में जून महीने में डिप्थीरिया (दम घोंटू) बीमारी के 14 मामले सामने आ चुके है। जो अस्पताल में इस बीमारी के इलाज के लिए भर्ती हुए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। डिप्थीरिया (दम घोंटू) की बीमारी से एक बच्चे की मौत होने के बाद मामला गंभीर हो गया है। हालांकि अस्पताल प्रशासन अब भी किसी बच्चे की मौत से इनकार कर रहा है। जून में अब तक इसके 14 मामले सामने आ चुके हैं। जो अस्पताल में इस बीमारी के इलाज के लिए भर्ती हुए हैं।
किंग्सवे कैंप स्थित उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में प्रतिदिन तीन-चार मरीज आ रहे हैं। इस बीमारी के लिए निगम पूरी तरह से तैयार होने का दावा कर रहा है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के निदेशक अरुण यादव ने बताया कि अभी हालात सामान्य हैं, लेकिन बारिश के बाद मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
बारिश के बाद पैदा होने वाली ह्यूमडिटी-नमी के कारण यह बीमारी जोर पकड़ती है। फिलहाल अस्पताल में चार मरीजों का इलाज चल रहा है जो पिछले एक हफ्ते से यहां मौजूद हैं। बुलंदशहर, मेवात और हरियाणा क्षेत्र से आए हैं। परिजनों के अनुसार बच्चों को पहले गले में दर्द और फिर सूजन की शिकायत होने पर उन्हें दिल्ली के महर्षि वाल्मिकी अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया।
इन बच्चों को डिप्थीरिया का टीका देने में लापरवाही बरती गई थी। अस्पताल परिसर में सफाई भी संतोषजनक नहीं है और परिसर में कुत्ते घूम रहे हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि प्रतिदिन दूसरे राज्यों के बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं और डिस्चार्ज हो रहे हैं। वहीं निगम का भी दावा है कि अस्पताल में एंटी डिप्थीरिया सिरम की कमी नहीं होगी।