Kisan Andolan: यूपी गेट पर पहुंचे यशवंत सिन्हा, राकेश टिकैट बोले- विपक्ष करे सक्रिय भूमिका का निर्वाहन
Kisan Andolan राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन गैर राजनैतिक है। समर्थन करने वालों का स्वागत करते हैं लेकिन हम किसी भी राजनीतिक दल का मंच सांझा नहीं करेंगे और ना ही अपने मंच पर किसी भी राजनीतिक दल का प्रतिनिधित्व कराएंगे।
नई दिल्ली/ गाजियाबाद [अवनीश मिश्र]। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा मंगलवार दोपहर करीब दो बजे यूपी गेट धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ टेंट में बातचीत की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मोर्चा और तृणमूल कांग्रेस का किसान आंदोलन को पूर्ण समर्थन है। भविष्य में राष्ट्रीय मोर्चा की बैठक में किसानों के मुद्दे पर सड़क पर उतरने का भी फैसला लिया जाएगा।
वहीं, चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन गैर राजनैतिक है। समर्थन करने वालों का स्वागत करते हैं लेकिन हम किसी भी राजनीतिक दल का मंच सांझा नहीं करेंगे और ना ही अपने मंच पर किसी भी राजनीतिक दल का प्रतिनिधित्व कराएंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष को भी अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वाहन करना चाहिए।
यूपी गेट पर नहीं थम रहा पक्का निर्माण
यूपी गेट पर 28 नवंबर से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी यहां लगातार पक्का निर्माण कर रहे हैं। इससे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ और फ्लाईओवर के नीचे की सड़क व फुटपाथ खराब हो रही है। प्रदर्शनकारियों का हाईवे पर दिल्ली जाने वाली लेन और फ्लाईओवर के नीचे पूरी तरह से कब्जा है। प्रदर्शनकारी यहां लगातार पक्का निर्माण कर रहे हैं। अब तक हाईवे पर लगे मंच के किनारे ईंटों की चिनाई करके करीब दो फीट ऊंची दीवार बना दी है।
फ्लाईओवर के नीचे लगे टेंट के किनारे एक फीट ऊंचाई दीवार बनाई है। संपर्क मार्ग पर दो फीट दीवार उठाकर कमरों को स्वरूप दिया है। फुटपाथ पर तोड़-फोड़कर शौचालय बनाए हैं। पक्का निर्माण करके पानी की टंकी बनाई है। अब भी यहां ईंट, मोरंग, बालू और सीमेंट की खेप रखी है। टेंटों के किनारे-किनारे एक-दो फीट ऊंची दीवारें बनाई जा रही हैं। संयुक्त किसान मोर्चा यूपी गेट के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा का कहना है कि बारिश के पानी की रोकथाम के लिए निर्माण किए गए हैं।
पुलिस-प्रशासन मौन
प्रदर्शनकारी यहां पक्का निर्माण कर सड़कों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह सब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की नाक के नीचे हो रहा है। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अपर जिलाधिकारी नगर शैलेंद्र सिंह का कहना है कि अगर पक्का निर्माण हो रहा है तो बात करके उसे हटवाया जाएगा।