Delhi Air Pollution: 5 सालों में सबसे साफ रहा जनवरी का पहला सप्ताह
Delhi Air Pollution 2020 Report जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 में जनवरी के पहले सात दिनों में एक दिन दिल्ली की हवा गंभीर पांच दिन बहुत खराब और एक दिन खराब श्रेणी में रही। 2018 और 2019 में यह दो दिन गंभीर और पांच दिन बहुत खराब रही।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। मौसम की मेहरबानी से इस साल जनवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली की हवा बीते सालों के मुकाबले कहीं साफ रही है। बहुत खराब श्रेणी के दिन तो घटे ही हैं, पांच सालों में पहली बार दिल्ली वासियों को मध्यम श्रेणी की हवा भी नसीब हुई है। अगले कुछ दिन भी अपेक्षाकृत राहत भरे रहने के आसार जताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 में जनवरी के पहले सात दिनों में एक दिन दिल्ली की हवा गंभीर, पांच दिन बहुत खराब और एक दिन खराब श्रेणी में रही। 2018 और 2019 में यह दो दिन गंभीर और पांच दिन बहुत खराब रही। 2020 में यह दो दिन गंभीर, चार दिन बहुत खराब तथा एक दिन खराब श्रेणी में दर्ज की गई। इस साल यानी 2021 में बहुत खराब श्रेणी के दिन कम हो गए हैं और मध्यम श्रेणी की हवा भी मिल रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों पर निगाह डालें तो साल के पहले सप्ताह में दिल्ली वासियों को दो दिन गंभीर, एक दिन बहुत खराब, दो दिन खराब और दो ही दिन मध्यम श्रेणी की हवा में सांस लेने का मौका मिला है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन सफर इंडिया का अनुमान है कि हवा की रफ्तार बढ़ने से शनिवार और रविवार को भी एयर इंडेक्स मध्यम श्रेणी में रह सकता है।
एयर इंडेक्स के मानक 0 से 50 के बीच अच्छा
- 51 से 100 के बीच संतोषजनक
- 101 से 200 के बीच मध्यम
- 201 से 300 के बीच खराब
- 301 से 400 के बीच बेहद खराब
- 401 से 500 के बीच गंभीर
- 501 से ऊपर आपातस्थिति
डॉ. दीपांकर साहा (सदस्य, विशेषज्ञ समिति, केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय) का कहना है कि जनवरी के शुरुआती दिनों में प्रदूषण का स्तर अधिक रहने की वजह तापमान कम रहना, कोहरा होना और वातावरण में नमी होता है। लेकिन इस साल पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से लगातार चार दिन तक अच्छी बारिश हुई। बीच-बीच में हवा भी चलती रही है। बारिश और हवा से ही प्रदूषक तत्व छंटने में काफी मदद मिली है।
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