मुस्लिम परिवार के सदस्य ने देहदान कर दिया सच्ची मानवता का संदेश
दिल्ली से बेहद करीब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक मुस्लिम परिवार ने आर्मी मेडिकल कॉलेज को मृत्यु के बाद परिवार के एक सदस्य का देहदान कर समाज को संदेश दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली से बेहद करीब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक मुस्लिम परिवार ने आर्मी मेडिकल कॉलेज को मृत्यु के बाद परिवार के एक सदस्य का देहदान कर समाज को संदेश दिया है। इस कार्य में दधीचि देहदान समिति ने अहम भूमिका निभाई है। संस्कृति विहार, गौर सिटी दो में मयूर भगानी रहते हैं। उनके मामा मोहम्मद अली इस्माइल मुल्कियानी की मृत्यु हो गई। भांजे मयूर भगानी ने सोमवार को उनकी देह को मेडिकल कॉलेज को शोध के लिए दान दे दिया है।
जानकारी के मुताबिक, नौ दिसंबर 1943 में जन्मे मोहम्मद अली इस्लाम मुल्कियानी मुंबई के भुवन कॉलेज में क्लर्क थे। रिटायरमेंट के बाद वह अपने भांजे मयूर भमानी के साथ गौर सिटी में रहने लगे थे। उनकी मृत्यु के बाद मयूर ने अहम कदम उठते हुए अपने मामा की देह को दान देने का फैसला लिया। उन्हें इस फैसले के लिए दधीचि देहदान समिति ने प्रेरित किया।
समिति के संरक्षक आलोक कुमार ने इस कार्य के लिए उनके परिवार का अभिनंदन किया है। उनका कहना है कि ये देहदान अन्य मुस्लिम परिवारों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेगा। परिवार का यह फैसला रुढ़ियों को तोड़ने वाला है। समिति की ओर से मोहम्मद अली के लिए दुआ भी की गई।
समिति के सुधीर गुप्ता ने बताया कि दधीचि देहदान समिति विगत 21 वर्षों से समाज में देहदान और अंगदान के लिए लोगों को प्रेरित करने का कार्य कर रही है, लेकिन ये पहली बार है कि एक मुस्लिम परिवार ने देहदान किया है।
उन्होंने बताया कि समिति से प्रेरणा लेकर अब तक दस हजार से अधिक लोगों ने देहदान एवं अंगदान का संकल्प लिया है। अब तक 885 नेत्र, 232 देह, आठ त्वचा एवं दो अस्थिदान भी कराए जा चुके हैं। इस देहदान कराने में समिति के सदस्य सुधीर गुप्ता, अविनाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।