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मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन ने बताए ब्लैक फंगल के शुरुआती लक्षण, दी सलाह- तुरंत करें डॉक्टर से संपर्क

डॉक्टर नरेश त्रेहन ने बताया था कि कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण विकसित होते ही लोगों को खुद को घर में ही आइसोलेट कर लेना चाहिए। डॉक्टर नरेश त्रेहन के मुताबिक ज्यादातर लोग जिन्हें खांसी जुकाम गले में खराश या बुखार होता है वे ज्यादातर कोरोना वायरस पॉजिटिव निकलते हैं।

By Jp YadavEdited By: Published: Fri, 21 May 2021 01:44 PM (IST)Updated: Fri, 21 May 2021 01:51 PM (IST)
मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन ने बताए ब्लैक फंगल के शुरुआती लक्षण, दी सलाह- तुरंत करें डॉक्टर से संपर्क
मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन ने बताए ब्लैक फंगल के शुरुआत लक्षण, दी सलाह- तुरंत करें डॉक्टर से संपर्क

नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में पिछले कुछ दिनों से गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन ब्लैक फंगस ने चिंताएं और बढ़ा दी है। इसको लेकर  मेदांता मेडिसिटी अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर नरेश त्रेहन (Dr Naresh Trehan, Chairman Medanta) ने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा कि ब्लैक फंगस का पहला लक्षण नाक में दर्द और कड़ापन है। गाल के अंदर सूजन भी इसके प्रमुख लक्षण में से एक है। आंखों के पास पलकों में सूजन भी एक लक्षण है। पिछले दिनों मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन ने  बताया था कि कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण विकसित होते ही लोगों को खुद को घर में ही आइसोलेट कर लेना चाहिए। डॉक्टर नरेश त्रेहन के मुताबिक, ज्यादातर लोग जिन्हें खांसी, जुकाम, गले में खराश या बुखार होता है, वे ज्यादातर कोरोना वायरस पॉजिटिव निकलते हैं।

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उधर, कोरोना वायरस संक्रमण के बीच कई राज्यों ने ब्लैक फंगस को भी महामारी घोषित कर दिया है। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश ने भी ब्लैक फंगस  को महामारी घोषित किया है। इस तरह ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने वाला यूपी आठवां राज्य है। इससे पहले गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान, असम, ओडिशा, पंजाब और चंडीगढ़ इसे महामारी घोषित कर चुके हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में तेजी से ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली में ही अब तक 197 मामले निजी और सरकारी अस्पतालों में सामने आ चुके हैं। वहीं, कोरोना संक्रमण से उभर रहे फरीदाबाद जिले के लोगों में अब ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ गया है। फिलहाल फरीदाबाद के निजी अस्पतालों में ही ब्लैक फंगस के मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज में भी संदिग्ध मरीज ही जांच के लिए पहुंचे हैं। इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही इनमें फंगस की पुष्टि की जा सकेगी। मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस से 50 वर्षीय एक महिला की मौत भी हुई है, हालांकि अस्पताल प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।


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