Delhi: एम्स के नेत्र विज्ञान केंद्र में घोटाले में EOW ने की पहली गिरफ्तारी
दिल्ली में एम्स के डा. आरपी सेंटर (डा. राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र) में चिकित्सा उपकरणों की खरीद में 13.85 करोड़ के घोटाले के मामले में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पहली गिरफ्तारी की है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एम्स के डा. आरपी सेंटर (डा. राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र) में चिकित्सा उपकरणों की खरीद में 13.85 करोड़ के घोटाले के मामले में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पहली गिरफ्तारी की है। मामले में पुलिस ने उपकरणों की आपूर्ति करने वाली फर्म स्नेह इंटरप्राइजेज की प्रोपराइटर स्नेह रानी गुप्ता को गिरफ्तार किया है।
स्नेह इंटरप्राइजेज फर्म लंबे समय से नेत्र विज्ञान केंद्र में चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति करती थी। घोटाले के मामले की जांच में पता चला कि जिन उपकरणों की कभी आपूर्ति ही नहीं हुई उनका फर्जी बिल बनाकर पैसों का भुगतान फर्म को किया गया। एम्स प्रशासन की विभागीय आडिट में शुरुआत में पांच करोड़ रुपये के घोटाले का पता चला था। जांच में घोटाले की रकम 13.85 करोड़ रुपये हो गई।
घोटाला सामने आने के बाद नेत्र विज्ञान केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डा. अनूप डागा की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने सितंबर में एफआइआर दर्ज की थी। जांच के क्रम में पता चला कि स्नेह इंटरप्राइजेज ने एम्स के कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी सप्लाई आर्डर हासिल किया था। फर्जी आपूर्ति आदेशों पर फर्म ने उपकरणों की आपूर्ति के बिना सुपुर्दगी चालान प्रस्तुत किए। संबंधित कर्मचारियों द्वारा एम्स के सक्षम अधिकारियों की जानकारी के बिना फर्म के खाते में पैसों का भुगतान किया गया।
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसीपी कपिल पराशर की देखरेख में इंस्पेक्टर दिनेश दाहिया के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। जांच में पाया गया कि आरोपित फर्म की प्रोपराइटर पीतमपुरा निवासी स्नेह रानी गुप्ता अपने घर से फरार है। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से उसे शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया।