Fire in Delhi furniture market : दमकल की 8 गाड़ियों ने आग पर पाया गया काबू
दिल्ली के किराड़ी इलाके में मंगलवार सुबह फर्नीजर मार्केट में भीषण आग लग गई।
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली के किराड़ी इलाके में मंगलवार सुबह फर्नीजर मार्केट में भीषण आग लग गई। सूचना पर दमकल की 8 गाड़ियां ने मौके पर आग पर काबू पाया। मिली जानकारी के मुताबिक, अमन विहार थाना क्षेत्र के बलबीर नगर में फर्नीचर गोदाम में लगी आग दुकान को भी लिया चपेट में दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। वहीं, एक शख्स मामूली रूप से घायल है।
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह करीब 9 बजे दो मंजिल फर्नीचर गोदाम की पहली मंजिल में अचानक आग लगी और फैलते हुए दूसरी मंजिल तक पहुंच गई। फिर आग की लपटों ने बगल की फर्नीचर दुकान की दूसरी मंजिल को भी चपेट में ले लिया। सूचना के बाद मौके पर दस से अधिक दमकल की गाड़ियां पहुची व एक घंटे के अंदर ही आग को बुझा दिया। आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लोकनायक में भर्ती घायलों में तीन की हालत गंभीर
अनाज मंडी हादसे में घायल पीड़ितों में से तीन की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इसमें एक 20 वर्षीय युवक लोकनायक अस्पताल के आइसीयू में भर्ती है। इसके अलावा एक मरीज का मेडिसिन विभाग की इमरजेंसी व करीब 55 फीसद झुलसे एक व्यक्ति का बर्न विभाग में इलाज चल रहा है। वहीं, सोमवार को दमकल विभाग में तैनात अधिकारी राजेश शुक्ला व फायरमैन मुनी राम मीणा समेत दो अन्य लोगों को भी छुट्टी दे दी गई है। इसमें एक मरीज हड्डी विभाग में भर्ती था। अन्य 12 मरीजों का इलाज चल रहा है।
अस्पताल के निदेशक डॉ. किशोर सिंह ने बताया कि हादसे के बाद लोकनायक में कुल 16 मरीजों को भर्ती कराया गया था। इसमें से तीन लोगों की हालत शुरू से ही गंभीर बनी हुई है। अभी 10 पीड़ितों का बर्न विभाग में इलाज चल रहा है। इन घायलों में एक 11 वर्षीय बच्चा भी है, जिसका इलाज पिडियाट्रिक्स विभाग में चल रहा है। वहीं, एक अन्य मरीज मेडिसिन विभाग में भर्ती है। डाक्टरों का कहना है कि जो चार लोग मामूली रूप से जख्मी थे। उन्हें इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। वहीं, दूसरी ओर लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन दो मरीजों में से एक की छुट्टी हो गई है व दूसरे का इलाज चल रहा है। बता दें कि अग्निकांड के बाद फैक्ट्री में काम करने वाले मरीजों को लोकनायक व लेडी हार्डिग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसमें कई मरीज ऐसे थे, जो धुएं के कारण बेहोश हुए थे तो कुछ आग से झुलस गए थे। जान बचाने के लिए भागने के दौरान कुछ लोग मामूली रूप से भी घायल हुए थे।