अपनी ही बेटी से दुष्कर्म करने वाले दरिंदे को दिल्ली की कोर्ट ने सुनाई 10 साल की सजा
मामले के मुताबिक एक दिन रात में पिता ने उससे दुष्कर्म किया। मासूम की चीख सुनकर उसकी मां जाग गई और आरोपित का विरोध किया लेकिन इसके बाद पिता धमकी देकर दरिंदगी करता रहा।
नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। दक्षिण दिल्ली के जैतपुर इलाके में एक पिता ही अपनी बेटी का यौन शोषण करता रहा। कुछ समय तक बेटी चुप रही, लेकिन एक दिन बेटी ने हिम्मत दिखाई और अपनी मां के साथ मिलकर पुलिस के पास पहुंच गई। इस मामले में अब पॉक्सो कोर्ट साकेत (साउथ ईस्ट) की एडिशनल सेशन जज नीरा भरिहोक ने शुक्रवार को आरोपित को दुष्कर्म का दोषी करार देते हुए उसे 10 साल के कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उस पर डेढ़ हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता अपने माता-पिता व भाई के साथ जैतपुर इलाके में रहती है। वर्ष- 2014 में जैतपुर थाने में दर्ज कराई गई एफआइआर में उसने कहा था कि उसका पिता अक्सर उसे गलत तरीके स्पर्श करता है। एक दिन रात में पिता ने उससे दुष्कर्म किया। मासूम की चीख सुनकर उसकी मां जाग गई और आरोपित का विरोध किया। यह बात किसी को बताने पर उसने मां-बेटी को जान से मारने की धमकी दी और मासूम का यौन शोषण करता रहा। आखिरकार एक दिन मां-बेटी के सब्र का बांध टूट गया और वे थाने पहुंच गईं।
पीड़िता द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने पॉक्सो के तहत मामला दर्ज कर लिया। आरोपित के बुजुर्ग पिता की गवाही भी उसे नहीं बचा पाई। कोर्ट ने पिता को दुष्कर्म का दोषी मानते हुए उसे 10 साल की सजा सुनाई है। वहीं, मां-बेटी को जान से मारने की धमकी देने के मामले में उसे डेढ़ साल की सजा सुनाई है। दोनों सजाएं साथ-साथ चलेंगी।
यहां पर बता दें कि एक सर्वे में भी खुलासा हो चुका है कि दुष्कर्म के 90 फीसद मामलों में करीबी लोग शामिल होते हैं। ऐसे में एक सगे पिता की यह करतूत शर्मसार करने वाली है।