Farmers Protest : सुप्रीम कोर्ट के फैसले से किसान खुश, कहा कानून रद होने तक जारी रहेगा आंदोलन
सिंघु बार्डर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद लुधियाना से आए किसान लखविंद्र जसपाल व मनिंदर ने खुशी जाहिर की और कहा कि डेढ़ महीने से ज्यादा समय से किसान यहां पर डटे हुए हैं। उनकी मांग है कि इन कानूनों को रद कर दिया जाए।
नई दिल्ली, सोनू राणा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सिंघु बार्डर पर आंदोलनरत किसानों के चेहरे पर खुशी देखी गई। किसानों ने फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि उनकी मांगों को सुप्रीम कोर्ट ने भी आखिरकार सही करार दिया है। इसलिए ही कोर्ट ने कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगा दी है।
डेढ़ महीने से ज्यादा समय से चल रहा किसानों का आंदोलन
मंगलवार को सिंघु बार्डर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद लुधियाना से आए किसान लखविंद्र, जसपाल व मनिंदर ने खुशी जाहिर की और कहा कि डेढ़ महीने से ज्यादा समय से किसान यहां पर डटे हुए हैं। उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि इन कानूनों को रद कर दिया जाए।
फिलहाल खत्म नहीं होगा प्रदर्शन, कानून के रद होने को किया जा रहा इंतजार
कोर्ट की ओर से कृषि कानूनों के अमल पर रोक तो लगा दी है, पर अभी प्रदर्शन तब तक खत्म नहीं होगा जब तक इन कानूनों को उसी तरीके से अध्यादेश लाकर रद न कर दिया जाए जिस तरीके से इन्हें लागू किया गया था। वहीं, हरियाणा के किसान मुकेश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सराहनीय कदम उठाया है। कोर्ट के हर फैसले को माना जाएगा।
रोजाना घट रही लोगों की संख्या
सिंघु बार्डर पर हर रोज किसानों की संख्या घटती जा रही है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी काफी लोग अपने घरों की ओर जाते दिखे। इससे पहले सोमवार देर रात भी काफी ज्यादा संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉलियां सिंघु बार्डर से पंजाब की ओर गई। इसके अलावा नरेला की ओर जाने वाले रास्ते पर भी कुछ ही ट्रैक्टर खड़े हैं। बता दें कि किसान लगातार केंद्र सरकार से तीनों नए कृषि कानून को रद करने की मांग कर रहे हैं। किसान इस मांग पर अड़े है कि सरकार कानून रद हो वहीं सरकार इसमें संसोधन कर इसे लागू किए रखना चाहती है। इसी क्रम में यह आंदोलन करीब एक महीने से भी ज्यादा समय से जारी है।
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