Farmers Protest: दिल्ली की सभी सीमाओं पर पुलिस ने कई स्तरों पर की सुरक्षा, पार करना मुश्किल
पुलिसकर्मी न सिर्फ टीकरी बार्डर पर ड्रोन से निगाह रख रहे हैं बल्कि आसपास के अन्य इलाकों पर भी ड्रोन से उनकी नजर रहती है। यदि कहीं पुलिस को संदिग्ध भीड़ या लोग कैमरे के फुटेज में नजर आते हैं तो वहीं पुलिस की टीम पहुंचकर उनसे पूछताछ करती है।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस की ओर से बीते कई दिनों से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है। हरियाणा की ओर कंटेनर लगाने व कंक्रीट की दीवार बनाने के बाद मंगलवार को इस दीवार से करीब 130 मीटर पहले भी एक और कंक्रीट की दीवार बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई।
हालांकि इस दीवार में एक लाइन वाहनों के आवागमन के लिए खाली रखी जाएगी। दूसरी कंक्रीट की दीवार बनाने का काम गुरु तेग बहादुर स्मारक के पास चल रहा है। कुल मिलाकर छह जगह पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं। यहां पर भारी संख्या में पुलिस व सुरक्षा बलों के जवान मौजूद हैं।
नरेला की ओर भी की जाएगी बैरिकेडिंग
दिल्ली पुलिस ने सिंघु बार्डर पर बैठे प्रदर्शनकारियों को तीन तरफ से घेरा हुआ है। अब केवल नरेला की ओर जाने वाला रास्ता ही खुला है। इस पर करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर पुलिस के जवान तैनात हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में नरेला की ओर जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया जाएगा।
सीमेंट कंक्रीट की दूसरी दीवार बनाने की तैयारी हुई शुरू
टीकरी कलां व बहादुरगढ़ के बीच स्थित टीकरी बार्डर पर सुरक्षा से जुड़ी तैयारियों को मजबूती देने का कार्य मंगलवार को भी बदस्तूर जारी रहा। सोमवार को बार्डर पर जहां नुकीले सरिये की केवल पट्टी जमीन पर बिछी नजर आ रही थी, वहीं मंगलवार को नुकीले सरिये की दीवार खड़ी करने का कार्य शुरू कर दिया गया। दूर से देखने पर यह दीवार सड़क के सेंट्रल वर्ज की तरह नजर आती है।
यहां डिवाइडर के दो ढांचों के बीच कंक्रीट के मसाले को भरकर उनमें नुकीला सरिया रखा गया है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि यदि कोई वाहन तमाम बाधाओं को पार करते हुए पहली पट्टी पार भी कर ले तो वह किसी भी कीमत पर इस दीवार को पार नहीं कर सकेगा। दीवार के दो तिहाई हिस्से का कार्य मंगलवार शाम तक पूरा कर लिया गया।
दिल्ली से बहादुरगढ़ की ओर जाने के क्रम में टीकरी बार्डर मेट्रो स्टेशन से नीचे देखने पर यह पूरा इलाका जंक यार्ड की तरह नजर आता है। आड़े तिरछे यहां वहां खड़े जर्जर वाहन यहां खड़े किए गए हैं। कंक्रीट के बड़े-बड़े ढांचे जगह-जगह खड़े हैं। इसमें मिट्टी व कंक्रीट भरी गई है। सड़क पर धूल की मोटी परत यहां बिछी हुई है। हल्के वाहन के गुजरने भर से यहां धूल का गुबार उड़ने लगता है। सौ मीटर के हिस्से में जगह जगह टेंट भी खड़े किए गए हैं, जिनमें सुरक्षाकर्मी नजर आते हैं।
ड्रोन से चारों ओर रखी जा रही निगाह
अब पुलिसकर्मी न सिर्फ टीकरी बार्डर पर ड्रोन से निगाह रख रहे हैं, बल्कि आसपास के अन्य इलाकों पर भी ड्रोन से उनकी नजर रहती है। यदि कहीं पुलिस को संदिग्ध भीड़ या लोग कैमरे के फुटेज में नजर आते हैं तो वहीं पुलिस की टीम पहुंचकर उनसे पूछताछ करती है। पुलिस का कहना है कि हम यह पूरी तरह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आंदोलन की आड़ में कोई असामाजिक तत्व फायदा न उठा ले।
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