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किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों के हित के लिए केंद्र सरकार से की एक और मांग, जानें अब क्या मांगा

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार से अब एक नई मांग की है। उन्होंने कहा कि इस बार किसानों ने खेत में गेंहू पैदा किया है गेंहू कट चुका है अब किसान उसे लेकर क्रय केंद्रों पर बैठे हुए हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 04:19 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 04:19 PM (IST)
यूपी में पंचायत चुनाव व कोरोना के कारण गेहूं खरीद सुचारू रुप से नहीं ही पायी है।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार से अब एक नई मांग की है। उन्होंने कहा कि इस बार किसानों ने खेत में गेंहू पैदा किया है, गेंहू कट चुका है, अब किसान उसे लेकर क्रय केंद्रों पर बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि यूपी में पंचायत चुनाव व कोरोना के कारण गेहूं खरीद सुचारू रुप से नहीं ही पायी है। कई क्रय केंद्रों पर किसान पिछले 4 दिन से मंडी में गेंहू लेकर पड़े है। दूसरी ओर सरकार गेंहू क्रय केंद्र बंद कर रही है, ऐसे में किसानों के सामने परेशानी बढ़ जाएगी।

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उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि वो गेंहू क्रय केंद्र पर खरीद 15 दिनों तक के लिए और आगे बढ़ाए जिससे किसान अपना गेंहू क्रय केंद्र पर बेच सकें। उन्होंने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सरकार से ये मांग भी की है। ट्वीट करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार के सामने यही मांग रखी है। मालूम हो कि किसान संगठन तीन कृषि कानूनों के विरोध में बीते छह माह से दिल्ली की सीमा पर धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

उधर कृषि कानून के विरोध में यूपी बार्डर पर चल रहे धरना-प्रदर्शन को एक बार फिर से धार देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए आपातकाल की बरसी के अगले दिन 26 जून को चुना गया है। संयुक्त किसान मोर्चा खेती बचाओ लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत धरना प्रदर्शन करेगा। किसान नेता तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी तानाशाह बताते हुए मौजूदा सरकार से तुलना कर रहे हैं। शुरूआत से धरने का समर्थन कर रही कांग्रेस के नेताओं में 26 जून के धरने को लेकर ऊहापोह की स्थिति है और वह कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

बता दें कि कृषि कानून के विरोध में यूपी बार्डर पर करीब साढ़े छह माह से धरना चल रहा है। यूपी गेट पर दिल्ली जाने वाली सभी लेनों पर कृषि कानून विरोधियों का कब्जा है। इस धरने प्रदर्शन को कांग्रेस ने जमकर हवा दी और पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से लेकर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, उत्तराखंड़ के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। समय-समय पर यहां दूसरे प्रदेश व जिलों से कांग्रेसियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर कृषि कानून विरोधियों का समर्थन किया। अब 26 जून को आपातकाल की बरसी के अगले दिन धरने के सात माह पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उधर प्रदर्शनकारी नेता भी यह बोलकर खुद को फंसा महसूस कर रहे हैं।


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