2022 तक दिल्ली में सबको मिल जाएगा अपना घर, डीडीए ने निकाला ये फॉर्मूला
जानकारी के मुताबिक, निजी बिल्डर जो फ्लैट निर्माण कराएंगे, वे उनके ही अधीन होंगे। उनकी बिक्री भी वही करेंगे। हां, इस बाबत डीडीए की ओर से कुछ दिशा-निर्देश जरूर तैयार किए जाएंगे।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। देश की राजधानी में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के साथ ही निजी बिल्डर भी फ्लैट निर्माण करेंगे। डीडीए इसके लिए बिल्डरों को जमीन बेचेगा। इस तरह कम समय में ज्यादा फ्लैट बन पाएंगे और फ्लैट आवेदकों की शिकायतें भी जल्द दूर की जा सकेंगी।
दरअसल, 2022 तक सभी को आवास उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करने में डीडीए लगातार पिछड़ रहा है। 2018 में तो डीडीए कोई आवासीय योजना ही नहीं ला पाया। वहीं, 2014 और 2017 की आवासीय योजनाओं में भी करीब सात हजार सफल आवंटियों ने अलग-अलग कारणों से अपने फ्लैट डीडीए को लौटा दिए थे। ऐसे में अब डीडीए फ्लैट निर्माण में निजी बिल्डरों की भी मदद लेने वाला है।
सभी मानदंड होंगे पूरे
जानकारी के मुताबिक, निजी बिल्डर जो फ्लैट निर्माण कराएंगे, वे उनके ही अधीन होंगे। उनकी बिक्री भी वही करेंगे। हां, इस बाबत कुछ दिशा-निर्देश जरूर तैयार किए जाएंगे।
तरुन कपूर (उपाध्यक्ष, डीडीए) का कहना है कि फ्लैट डीडीए बनाए या निजी बिल्डर। जरूरी यह है कि दिल्लीवासियों की जरूरतें पूरी हो सकें, इसीलिए निजी बिल्डरों का सहयोग लेने की कोशिश हो रही है। इससे फ्लैटों की संख्या के साथ ही इनकी गुणवत्ता और सुविधाओं में भी इजाफा होगा।
दिल्ली विकास प्राधिकरण रखेगा लोकेशन का ध्यान
भविष्य में डीडीए फ्लैटों की लोकेशन का खास ध्यान रखा जाएगा, ताकि आवेदक उनके प्रति आकर्षित हो सकें। इस दिशा में नई टाउनशिप बनाने की सर्वाधिक संभावनाएं रोहिणी और नरेला में हैं।