मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी घिरा नवनीत कालरा, प्रवर्तन निदेशालय ने दर्ज की FIR
तेजी से बदलते घटनाक्रम में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कालाबाजारी के मामले में अब आरोपित नवनीत कालरा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने भी मामला दर्ज किया है। फिलहाल नवनीत कालरा दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ जारी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। देश की राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी के मामले में आरोपित नवनीत कालरा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में घिरता दिखाई दे रहा है। तेजी से बदलते घटनाक्रम में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कालाबाजारी के मामले में अब आरोपित नवनीत कालरा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने भी मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि मनी लॉन्ड्रिंग से मतलब अवैध तरीके से कमाए गए काले धन को वैध तरीके से कमाए गए धन के रूप में दिखाने से होता है। मनी लॉन्ड्रिंग अवैध रूप से प्राप्त धनराशि को छुपाने का एक तरीका है। इसमें गंभीर धाराएं लगाई जाती हैं, जिसके जमानत मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की अवैध बिक्री में शामिल नवनीत कालरा और उसके साथियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण बढ़ने के दौरान कालरा और उसके साथी भारी मुनाफा लेकर जरूरतमंदों को आक्सीजन कंसंट्रेटर की बिक्री कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने सूचना मिलने पर उन्हें धर दबोचा था।ईडी ने दिल्ली पुलिस द्वारा पांच मई को दर्ज एफआइआर का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू की है। मामले में पुलिस ने कई रेस्टोरेंटों और अन्य ठिकानों पर छापा मारकर 500 से ज्यादा आक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद किए थे। पूछताछ में इन उपकरणों की खरीद-बिक्री का संबंध कालरा और उसके साथियों से पाया गया था।
ईडी के सूत्रों के अनुसार कालरा और उसके साथियों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) और अन्य आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। अब ईडी धन आने और उसके पहुंचने का ठिकाना तलाशेगी कि कितने काले धन का इस्तेमाल कर उपकरण आयात किए गए। जब्त किए गए आक्सीजन कंसंट्रेटर चीन से आयात किए गए थे। 22 हजार रुपये तक में खरीदे गए इन जीवनरक्षक उपकरणों को 70 हजार रुपये तक में बेचा जा रहा था।
ईडी को जांच के दौरान सुबूतों के लिए आरोपितों से पूछताछ करने, दस्तावेज जब्त करने और उनकी संपत्तियों को जब्त करने का अधिकार है। सूत्रों के अनुसार ईडी और दिल्ली पुलिस के बीच आवश्यक दस्तावेजों और सुबूतों के लेन-देन का कार्य पूरा हो चुका है। कालरा को गुरुग्राम से बीते रविवार की रात गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद अदालत ने उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। मामले में पुलिस ने मैट्रिक्स सेलुलर कंपनी के सीईओ समेत चार कर्मियों को भी गिरफ्तार किया है।
बता दें कि नवनीत कालरा फिलहाल दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है और बृहस्पतिवार को भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स कालाबाजारी मामले में दक्षिण दिल्ली की साकेत कोर्ट में सुनवाई होनी है।
दिल्ली के खान मार्केट स्थित तीन रेस्टोरेंट्स में कथित तौर पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की जमाखोरी और कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार आरोपित कारोबारी नवनीत कालरा ससे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की पूछताछ जारी है।
दिल्ली पुलिस की मानें तो क्राइम ब्रांच ने नवनीत कालरा के पास से 2 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस ने इन दोनों फोन को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया है, ताकि पूरी मामले से जुड़े कुछ और राज सामने आ सकें। इसके बाद दिल्ली पुलिस पुख्ता चार्जशीट बनाने की तैयारी में जुट जाएगी।
आरोप है कि नवनीत कालरा के पास मिले इन दो मोबाइल फोन का इस्तेमाल बरामद कंसंट्रेटर को खरीदने और बेचने में किया गया था। यह भी जानकारी मिली है कि मोबाइल फोन में कंसंट्रेटर की खरीद और बेचने के रिकॉर्ड मौजूद हैं। फोन का काफी डेटा डिलीट कर दिया गया है, जिसे रिकवर करने के लिए दोनों मोबाइल फोन लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं।
बता दें पिछले दिनों कोरोना काल में दिल्ली पुलिस द्वारा की गई छापेमारी के दौरान कालरा के तीन रेस्टोरेंट्स- खान चाचा, नेग जू और टाउन हॉल से कथित तौर पर 524 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद किए गए थे।