Eid Ul-Fitr 2020: कोरोना के कहर के बीच कड़वी हुई मीठी ईद, पढ़िए- हसीन मलिक का दर्द
Eid Ul-Fitr 2020 इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में अलविदा जुमे पर भी मस्जिदें बंद रहीं। जुमे की तकरीर करते हुए शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी जामा मस्जिद में सन्नाटे को देख रोने लगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। रविवार को खुशियां बांटने वाला त्योहार ईद है, लेकिन इसकी रौनक न तो बाजार में दिखाई दे रही है और न ही लोगों के चेहरों पर। कोरोना वायरस महामारी के चलते बाजार से खरीदार गायब हैं। इससे छोटे और बड़े दोनों कारोबारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
दरियागंज में फल और सब्जी की दुकान चलाने वाले हसीन मलिक कहते हैं- ईद को लेकर लोगों को कोई उत्साह नहीं है-कोई जोश नहीं है। बावजूद इसके कि फलों की कुछ मांग है, लेकिन ज्यादातर कारोबारियों की हालत पस्त है।
वहीं, इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में अलविदा जुमे पर भी मस्जिदें बंद रहीं। जुमे की तकरीर करते हुए शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी जामा मस्जिद में सन्नाटे को देख रोने लगे। उन्होंने कहा कि पहले कभी मस्जिद को खाली नहीं देखा। कोरोना महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है, रोजेदार अल्लाह से दुआ करें कि इस वायरस को खत्म कर दें। इस बार सादगी के साथ ईद मनाएं और घर पर ही नमाज पढ़ें। रमजान के महीने में पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद रोजेदारों से भरी रहती थी, जुमे की नमाज के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग जुटते थे।
अलविदा जुमे का महत्व ज्यादा होने की वजह से दिल्ली-एनसीआर से लोग विशेष तौर पर जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए आते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से मस्जिद खाली पड़ी हुई है।
राजधानी की तमाम मस्जिद के इमामों ने मस्जिद कमेटी के सदस्यों के साथ अलविदा जुमे की नमाज पढ़ी। आम लोगों ने घरों में स्वजनों के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुए नमाज पढ़ी। नमाज के बाद मस्जिदों में कोरोना से छुटकारा पाने के लिए विशेष दुआएं की गईं। इमामों ने लाउडस्पीकर के जरिये एलान किया कि कोरोना महामारी के चलते मस्जिदें लॉकडाउन तक बंद ही रहेंगी, ईद की नमाज घरों में रहकर ही पढ़ें। शनिवार को ईद का चांद नजर आ सकता है, अगर चांद नजर आता है तो रविवार को ईद मनाई जाएगी।वहीं लोगों ने घरों में ईद की तैयारियां शुरू कर दी हैं, महिलाएं खीर का सामान इकट्ठा करने में लग गई हैं। पुरानी दिल्ली में अलविदा जुमे के बाद लोग बड़ी संख्या में खरीदारी के लिए जुटे।