मौलाना साद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, ED ने पीएमएलए के तहत दर्ज किया मामला
दिल्ली के मरकज कांड के बाद से फरार चल रहे मौलाना साद के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। इडी ने साद के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया है।
नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। दिल्ली के मरकज कांड के बाद से फरार चल रहे मौलाना साद के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। इडी ने मौलाना साद के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस कार्रवाई के बाद अब मौलाना की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है।
इससे पहले क्या हुआ
तब्लीगी मरकज मामले में जिन विदेशी नागरिकों की क्वारंटाइन की अवधि खत्म पूरी हो चुकी है उनसे क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की है। यह भी बता दें कि जमात में शामिल 2400 विदेशी नागरिकों की अब तक पहचान हो चुकी है। दिल्ली पुलिस ने यह साफ कर दिया था कि मरकज में शामिल सभी विदेशी नागरिकों को आरोपित बनाया जाएगा।
इस कारण पुलिस की बढ़ी परेशानी
दिल्ली पुलिस को जमात में शामिल करीब 900 विदेशियों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक 13-15 मार्च के दौरान मरकज में हुए विशेष आयोजन के बाद मौलाना मुहम्मद साद और उसके प्रबंधन से जुड़े 6 अन्य मौलानाओं ने इन लोगों को इस्लाम की शिक्षा देने के लिए भारत के अलग-अलग राज्यों में भेजा है। अब परेशानी यह है कि कही छिपे हैं और पुलिस प्रशासन को सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके कारण देशभर में मस्जिदों व मदरसों में इन लोगों की तलाश हो रही है।
दर्ज हुआ है मामला
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद के ससुराल पक्ष से जुड़े चार लोगों पर महामारी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इनपर आरोप है कि इन्होंने अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छिपाई। इन चार लोगों में से दो की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है।
यहां समझे पूरा मामला कैसे हुआ शुरू
दिल्ली में निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में बाहर-बाहर से हजारों जमाती जमा हुए। यह घटना करीब मार्च के 13 से 14 तारीख की है। यहां पर जमा होने के दौरान ही कई लोग कोरोना के संक्रमण में आ गए। इसी वक्त कोरोना वायरस भारत समेत पूरी दुनिया में पांव पसार रहा था। आश्चर्य की बात तो यह है कि जमात में आए लोगों को मरकज प्रमुख मौलाना साद ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। उसका वीडियो भी काफी वायरल हुआ था।
क्राइम ब्रांच भी सख्त
कोरोना के संक्रमण को लेकर देश में बड़ा संकट खड़ा करने वाले तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद सहित छह अन्य मौलानाओं पर क्राइम ब्रांच ने शिकंजा कस दिया है। सातों मौलानाओं पर दर्ज मुकदमे में अब गैर इरादतन हत्या और गैर इरादतन हत्या का प्रयास की दो धाराएं जोड़ी गई हैं। दोनों गैर जमानती धाराएं हैं। जमात में शामिल कई लोगों की मौत हो जाने पर गृह मंत्रलय के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने यह निर्णय लिया है।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने को लेेकर कई धाराओं में केस दर्ज
लॉकडाउन का उल्लंघन कर तब्लीगी मरकज में जमातियों को एकत्र करने और लोगों की जान को खतरे में डालने के मामले में क्राइम ब्रांच ने मौलाना मुहम्मद साद के अलावा मरकज के प्रबंधन से जुड़े छह अन्य मौलानाओं के खिलाफ आपराधिक साजिश, महामारी अधिनियम आदि धाराओं में केस दर्ज किया था। हालांकि इसके बावजूद ये लोग अब तक पुलिस के हाथ नहीं आए हैं। सातों आरोपित कहां है, इन्हें कब गिरफ्तार किया जाएगा। इसको लेकर कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। जमात में शामिल लोगों के एक के बाद एक कोरोना पॉजिटिव आने से गत दिनों अफवाह उड़ी की साद समेत सातों आरोपित भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। बुधवार को पुलिस ने इस तरह की आशंका का खंडन किया है। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के मुताबिक तेलंगाना व जम्मू के बाद अब दिल्ली में भी कुछ जमातियों की कोरोना से मौत हुई है।