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प्रदूषण से गुरुग्रामवासियों को मिलेगी राहत, वेस्‍ट टू एनर्जी प्‍लांट को जल्‍द मिलेगी पर्यावरण मंजूरी

प्रदूषण से जूझ रहे द‍िल्‍ली-एनसीआर के लोगों को राहत मिलने की संभावना बन रही है। बंधवाड़ी में बनने वाले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए जल्द पर्यावरण मंजूरी मिल सकती है।

By Edited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 04:08 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 04:08 PM (IST)
प्रदूषण से गुरुग्रामवासियों को मिलेगी राहत, वेस्‍ट टू एनर्जी प्‍लांट को जल्‍द मिलेगी पर्यावरण मंजूरी
प्रदूषण से गुरुग्रामवासियों को मिलेगी राहत, वेस्‍ट टू एनर्जी प्‍लांट को जल्‍द मिलेगी पर्यावरण मंजूरी

गुरुग्राम (संदीप रतन)। बंधवाड़ी में बनने वाले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए जल्द पर्यावरण मंजूरी मिल सकती है। प्लांट निर्माण के लिए अगले सप्ताह नगर निगम और इको ग्रीन एनर्जी कंपनी द्वारा दोबारा पर्यावरण मंजूरी का आवेदन किया जाएगा। पर्यावरण मंत्रालय से मिलने वाली एनवायरमेंट क्लियरेंस देने से पहले यह देखा जाता है कि प्लांट से पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव तो नहीं पड़ेगा।

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नौ से 10 किलोमीटर है दूरी
दिल्ली के अरावली क्षेत्र में स्थित असोला भट्टी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी पर बंधवाड़ी प्लांट का कोई असर नहीं होगा। प्लांट निर्माण की सेंक्चुरी से दूरी करीब नौ से दस किलोमीटर है। पहले भी पर्यावरण मंजूरी के लिए आवेदन किया गया था और 23 अप्रैल को यह मंजूरी मिल जाती, लेकिन असोला सेंक्चुरी के बंधवाड़ी क्षेत्र से नजदीक होने के कारण संशय बरकरार था। इससे पर्यावरण मंजूरी अटक गई। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक सात जून को केंद्र सरकार ने इस संबंध में नया नोटिफिकेशन किया है, जिसके तहत पर्यावरण मंजूरी दी जा सकती है।

अगस्त में पूरा होना था निर्माण, अब तक शुरू नहीं हुआ काम
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के निर्माण की डेडलाइन इसी साल अगस्त की तय की गई थी, लेकिन अभी तक निर्माण शुरू भी नहीं हो पाया है। गुरुग्राम और फरीदाबाद शहर में इको ग्रीन एनर्जी कचरा प्रबंधन कर रही है। यह प्लांट इसी कंपनी द्वारा लगाया जाना है। दोनों शहरों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन और वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में कचरे से बिजली पैदा करने की जिम्मेदारी इसी कंपनी की है।

रोज निकल रहा 1500 टन कचरा
गुरुग्राम और फरीदाबाद से रोजाना करीब 1500 टन कचरा निकल रहा है, जो बंधवाड़ी प्लांट पहुंच रहा है। इसका निपटान नहीं होने से बंधवाड़ी में कूड़े का पहाड़ बनता जा रहा है। 2013 में बंधवाड़ी प्लांट में आग लगने से यह खराब हो गया था। 2017 में इको ग्रीन एनर्जी ने गुरुग्राम और फरीदाबाद शहर के लिए कचरा प्रबंधन का काम शुरू किया था। लेकिन करीब दो साल बाद भी हालात बदले नहीं हैं। कंपनी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का कार्य भी 100 फीसद नहीं कर पाई है। इसके लिए नगर निगम की ओर से कई बार कंपनी को नोटिस भेजने के साथ ही जुर्माना लगाने की भी कार्रवाई की जा चुकी है। घरों पर गीला व सूखा कचरा अभी भी अलग-अलग नहीं किया जा रहा है।

2020 के अंत तक बनेगा प्लांट
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक अगले माह में मंजूरी मिल सकती है। 2020 के अंत तक ही बंधवाड़ी प्लांट का निर्माण कार्य पूरा हो पाएगा। ऐसे में बंधवाड़ी में लगे कूड़े के पहाड़ निपटान पहले करना जरूरी है।

अधिकारी ने कहा
इस माह के अंत या जुलाई में प्लांट निर्माण के लिए पर्यावरण मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इस संबंध में केंद्र सरकार ने सात जून को नया नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसके तहत मंजूरी दी जा सकती है।
इंद्रजीत कुल्हड़िया, संयुक्त आयुक्त नगर निगम गुरुग्राम।

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