कोरोना काल में एक दूसरे का सहारा बने डीयू के छात्र, जरुरतमंद की मदद का उठाया बीड़ा
लेडी श्रीराम कॉलेज की द्वितीय वर्ष की चार छात्राओं ने जरुरतमंद छात्रों की मदद के लिए धनराशि एकत्रित करना शुरू किया है। इनमें से एक छात्रा बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा ऐश्वर्या की दोस्त भी है। ऐश्वर्या ने 4 नवंबर को खुदकुशी कर ली थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय की स्नातकोत्तर छात्रा संध्या के पिता पेशे से टेलर हैं। कोरोना काल में घर की माली हालत इस कदर बिगड़ी की वार्षिक शुल्क जमा करने के लिए रिश्तेदार की मदद लेनी पड़ी। लेकिन जब परीक्षा फॉर्म भरने की बारी आयी तो समझ नहीं आया कि किससे मदद लें। संध्या खुद को खुशकिस्मत मानती हैं कि उनकी मदद सेंट स्टीफंस कॉलेज के छात्रों के एक समूह ने की। कॉलेज के छात्र अब तक सौ से अधिक जरुरतमंद डीयू छात्रों की मदद कर चुके हैं।
वहीं लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्राएं भी धनराशि इक्ट्ठा कर जरुरतमंद छात्रों की मदद कर रही हैं। कई कॉलेजों ने भी अपने यहां छात्रों की शुल्क माफी तथा किश्तों में शुल्क जमा करने सरीखे सुविधाएं दी है।
25 छात्रों का समूह
सेंट स्टीफंस कॉलेज के द्वितीय व तृतीय वर्ष के 25 छात्रों ने कुछ दिनों पहले डीयू छात्रों की मदद का अभियान शुरू किया। एक छात्र ने बताया कि कोरोना काल में छात्र बहुत परेशान हैं। हम चाहते हैं कि किसी की पढ़ाई बाधित ना हो। हम फेसबुक, ट्विटर समेत जनसंपर्क के जरिए लोगों तक पहुंच रहे हैं। जरुरतमंद छात्रों को गूगल डॉक फॉर्म भरकर जमा करना होता है। हम फॉर्म को पढ़ते हैं एवं फिर छात्र को फोन करते हैं। अब तक 300 से अधिक छात्र हमसे मदद मांग चुके हैं। छात्र वार्षिक शुल्क, परीक्षा शुल्क, डेटा पैक, टैब या स्मार्टफोन की कमी समेत अन्य मदद मांग रहे हैं। समूह की माने तो करीब 100 छात्रों की मदद शुल्क आदि जमा करने के रूप में की जा चुकी है। वहीं सेंट स्टीफंस कॉलेज प्रबंधन भी आगे आया है। कॉलेज ने एक नोटिस भी जारी किया है जिसमें कहा गया है कि करीब 100 छात्रों को आर्थिक मदद की दरकार है। कॉलेज ने जरुरतमंद छात्रों को फीस माफी के लिए फॉर्म भरने को कहा है।
एलएसआर की छात्राएं भी आयी सामने
लेडी श्रीराम कॉलेज की द्वितीय वर्ष की चार छात्राओं ने जरुरतमंद छात्रों की मदद के लिए धनराशि एकत्रित करना शुरू किया है। इनमें से एक छात्रा बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा ऐश्वर्या की दोस्त भी है। ऐश्वर्या ने 4 नवंबर को खुदकुशी कर ली थी। छात्राओं का लक्ष्य 5 लाख रुपये इक्टठा करना है। अब तक दो लाख से अधिक धनराशि एकत्र हो चुकी है। छात्राओं की मानें तो एक बार धनराशि एकत्र हो जाए तो हम जरुरतमंद छात्राओं से फॉर्म भरने को कहेंगे। ताकि यह पता चल सके कि पैसे की जरुरत किसे सबसे ज्यादा है। वहीं लेडी श्रीराम कॉलेज के शिक्षकों ने मृत छात्रा ऐश्वर्या के परिवार की आर्थिक मदद की कोशिश की है। करीब 80 शिक्षकों ने अब तक तीन लाख रुपये से ज्यादा की धनराशि एकत्रित की है। ऐश्वर्या के परिवार को ढाई लाख रुपये का एक चेक भेज दिया गया है।
अन्य कॉलेजों ने भी उठाए कदम
-शिवाजी कॉलेज ने 3700 स्नातक व स्नातकोत्तर छात्रों की विभिन्न मद की 6350 रुपये शुल्क माफ कर दिया है।
-राजधानी कॉलेज ने प्रति छात्र 2010 रुपए माफ करने का निर्णय लिया है।
-लक्ष्मीबाई कॉलेज ने 100 छात्राओं की पूरी फीस माफ की। इसके अलावा सभी छात्राओं को किश्त में फीस जमा करने की सुविधा दी है।
-लेडी श्रीराम कॉलेज ने शुल्क में कमी की है, तथा छात्राओं को दो किश्तों में शुल्क जमा करने की सहुलियत दी है।
-हिंदू कॉलेज में भी कॉलेज प्रबंधन छात्रों की मदद को आगे आया है।
-मिरांडा हाउस कॉलेज प्रबंधन भी छात्राओं को डेटा पैक प्रदान कर मदद की कोशिश कर रहा है।
-रामानुजन कॉलेज छात्रों के इंटरनेट का खर्च का एक बड़ा हिस्सा वहन करने में लगा है।
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