Move to Jagran APP

घरेलू एयरलाइंस की 30 फीसद उड़ानें टर्मिनल-2 में होंगी स्थानांतरित

लगभग तय हो गया है कि एक अक्टूबर से टर्मिनल-2 से घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू हो जाएगा।

By Amit MishraEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 02:43 PM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 02:43 PM (IST)
घरेलू एयरलाइंस की 30 फीसद उड़ानें टर्मिनल-2 में होंगी स्थानांतरित
घरेलू एयरलाइंस की 30 फीसद उड़ानें टर्मिनल-2 में होंगी स्थानांतरित

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल-वन से संचालित तीनों लो कोस्ट एयरलाइंस की 30 फीसद उड़ानें टर्मिनल-2 से संचालित की जाएंगी। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने स्थानांतरण के संबंध में एयरलाइंस कंपनियों और विमानन मंत्रालय को चिट्ठी भेज दी है। 31 अगस्त तक तीनों एयरलाइंस को स्थानांतरित की जाने वाली फ्लाइटों की जानकारी देने का निर्देश जारी किया गया है।

prime article banner

एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक इसमें उड़ान के रूट संबंधी कोई बाध्यता नहीं है। यह एयरलाइंस कंपनियों पर निर्भर करेगा कि वह कौन से रूट की फ्लाइट को टर्मिनल-1 से टर्मिनल-2 में स्थानांतरित करना चाहती है। डायल के इस पहल के बाद अब यह लगभग तय हो गया है कि एक अक्टूबर से टर्मिनल-2 से घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू हो जाएगा।

100 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं

दरअसल यात्रियों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर आइजीआइ के टर्मिनल-1 पर यात्री सुविधाओं के विस्तार का कार्य शुरू कराया गया है। विस्तार कार्य और तेजी से हो सके इसके लिए वहां से संचालित कुछ उड़ानों को टर्मिनल-2 में स्थानांतरित किया जाना है। इसके मद्देनजर ही टर्मिनल-2 का गत वर्ष नवीनीकरण कराया गया था। नवीनीकरण पर 100 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। बावजूद इसके व्यावसायिक व अन्य कारणों से एयरलाइंस कंपनियां वहां जाने में एकमत नहीं थी। जिसके कारण टर्मिनल-2 के शुरू होने की डेट लाइन को तीन बार बदला जा चुका है।

एयरलाइंस ने बताई समस्या

वर्तमान में टर्मिनल वन से इंडिगो सहित स्पाइस जेट और गो एयरलाइंस की फ्लाइटों का संचालन घरेलू उड़ानों के लिए किया जा रहा है। इंडिगो के बेड़े में 355 तो स्पाइस जेट और गो एयर के बेड़े में करीब 71 विमान हैं। शुरुआत में तीनों एयरलाइंस ने अपनी-अपनी समस्या बता उड़ानों का संचालन पुराने टर्मिनल की जगह टर्मिनल-2 से किए जाने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद उड़ानों के स्थानांतरण के लिए एजेंसियों ने कई फार्मूले बनाए थे।

टर्मिनल-1 से संचालित सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो को पुराने टर्मिनल में रहने देने जबकि स्पाइस जेट और गो एयरलाइंस को टर्मिनल-2 में भेजे जाने। इसके अलावा मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे सबसे व्यस्ततम रूट पर तीनों एयरलाइंस की सीमित फ्लाइटों का संचालन टर्मिनल-2 से चालू किए जाने की रणनीति बनाई गई थी। लेकिन टर्मिनल-2 पर इंडिगो एयरलाइंस ने अपने विमानों के लिए पर्याप्त मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण वहां जाने से इन्कार कर दिया।

उड़ानों का संचालन टर्मिनल-2 से

वहीं, स्पाइस जेट और गो एयरलाइंस ने भी व्यावसायिक कारणों से अपने उड़ानों का स्थानांतरण टर्मिनल-2 से करने पर राजी नहीं हुई थी। लिहाजा डायल और एयरलाइंस के बीच कोई आपसी सहमति नहीं बन पाने के बाद विमानन मंत्रालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा था। जिसके बाद मंत्रालय ने टर्मिनल-2 से उड़ाने शुरू करने को लेकर एयरलाइंस कंपनियों को 15 जुलाई तक का निर्णय लेने का निर्देश दिया था। एक महीने की माथापच्ची के बाद डायल ने अब तीनों घरेलू एयरलाइंस की 30 फीसद उड़ानों का संचालन टर्मिनल-2 से कराए जाने का निर्देश जारी किया है। 

यह भी पढ़ें: पटरियों पर दौड़ी मच्छर मार ट्रेन, डेंगू-चिकनगुनिया के खिलाफ मुहिम

यह भी पढ़ें: एएसआइ में बड़ा घपला, कर्मियों का पूरा वेतन मिला तो खुला करोड़ों का घोटाला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.