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आखिर कैसे किडनी का वजन हुआ 7.4 kg? US-नीदरलैंड के बाद भारत में तीसरी दुर्लभ सर्जरी

सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर एक बार मरीज को छुट्टी देने के बाद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में आवेदन करने की योजना बना रहे हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 01:02 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 01:09 PM (IST)
आखिर कैसे किडनी का वजन हुआ 7.4 kg? US-नीदरलैंड के बाद भारत में तीसरी दुर्लभ सर्जरी
आखिर कैसे किडनी का वजन हुआ 7.4 kg? US-नीदरलैंड के बाद भारत में तीसरी दुर्लभ सर्जरी

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। देश की राजधानी दिल्ली के नामी सर गंगाराम अस्पताल में डॉक्टरों ने दुर्लभ ऑपरेशन के जरिये दुनिया की तीसरी सबसे भारी किडनी को निकालने में सफलता हासिल की है। यह भारत की सबसे भारी किडनी है, जो शख्स के शरीर से निकाली गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस किडनी का वजन 7.4 किलोग्राम है और यह 32 x 21.8 सेमी है। जिस शख्स की यह किडनी है, वह दिल्ली का रहने वाला है और उसकी उम्र 56 साल है। डॉक्टरों की मानें तो यह मरीज ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज नामक एक जेनेटिक डिसऑर्डर से पीड़ित था। इसके बाद उसके स्वास्थ्य को देखते हुए यह ऑपरेशन करने का फैसला लिया गया।

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2 घंटे के जटिल ऑपरेशन में निकाली गई किडनी

सर गंगाराम अस्पताल में डॉ. अजय शर्मा के साथ डॉ. सचिन कथूरिया और डॉ. जुहिल नानावती की टीम ने संयुक्त रूप से यह ऑपरेशन तकरीबन 2 घंटे के दौरान किया। इस दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा गया कि मरीज को कोई नुकसान नहीं पहुंचे।

पॉलीसिस्टिक किडनी रोग

अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज अनुवांशिक बीमारी है। इसमें मनुष्य के शरीर में मौजूद दोनों किडनी में द्रव युक्त सिल्ट इकट्ठा होना शुरू हो जाते हैं। इससे किडनी में सूजन होनी शुरू हो जाती है। मरीज को यह समस्या साल 2006 से ही है। 

जोखिम के चलते नहीं किया जा रहा था ऑपरेशन

डॉक्टरों के मुताबिक, मरीज इससे लगातार पीड़ित और वर्ष 2006 से ही इसको लेकर ऑपरेशन की बात चल रही थी, लेकिन मरीज की जान को जोखिम में नहीं डालने की वजह से फैसला नहीं हो पा रहा था। 

परेशानी बढ़ने पर करना पड़ा ऑपरेशन

डॉक्टरों ने बताया कि किडनी में लगातार सिल्ड जमा होने के चलते मरीज को सांस लेने में भी कठिनाई होने लगी थी। इसी के साथ दर्द भी बढ़ने लगा था। मेडिकल जांच के दौरान यह भी पता चला कि मरीज की बाईं किडनी के सिस्ट में आंतरिक रक्तस्राव और संक्रमण इस कदर बढ़ गया था कि ऑपरेशन ही अंतिम विकल्प बचा।

डॉ. सचिन के मुताबिक, प्री-ऑपरेटिव स्कैन में एक बड़ी किडनी दिखाई दी, लेकिन हमें उम्मीद नहीं थी कि यह सबसे भारी होगी। इसने लगभग पूरे पेट पर कब्जा कर लिया था। चीजों को परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए, किडनी का वजन दो मानव नवजात से अधिक था रोगी अच्छी तरह से ठीक हो रहा है और एक या दो दिन में अस्पताल से छुट्टी की योजना बनाई गई है।

इससे पहले दो भारी किडनी निकालने की रिपोर्ट मिली,जिसमें एक 9 किलोग्राम (अमेरिका) और दूसरी 8.7 किलोग्राम (नीदरलैंड) है। ऐसे में यह अब तक निकाली जाने वाली तीसरी सबसे भारी किडनी है।

यह भी जानें

  • निकाली गई किडनी के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुबई के अस्पताल के डॉक्टरों के नाम दर्ज है
  • 2017 में पॉलीसिस्टिक किडनी रोग से पीड़ित एक मरीज से 4.25 किलोग्राम किडनी निकाली थी।
  • सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर एक बार मरीज को छुट्टी देने के बाद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में आवेदन करने की योजना बना रहे हैं।

यहां पर बता दें कि सामान्य व्यक्ति एक किडनी तकरीबन 10 सेंटीमीटर लंबी,  6 सेंटीमीटर चौड़ी और 4 सेंटीमीटर मोटी होती है। इसी के साथ हर किडनी का वजह तकरीबन 150 - 170 ग्राम होता है। 

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