Tiranga Yarta: लोकनायक में डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने निकाली तिरंगा यात्रा
यात्रा में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. सुरेश कुमार ने कहा कि लोकनायक अस्पताल आजादी से पहले का अस्पताल है। यह स्वतंत्रता आंदोलन का साक्षी भी रहा है। ब्रिटिश काल में यहां पर बनी हुई जेल में स्वतंत्रता सेनानियों को रखा जाता था।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत लोकनायक अस्पताल में डाक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य सभी कर्मचारियों ने तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा निदेशक कार्यालय से शुरू होकर अहिल्या बाई नर्सिंग कालेज तक गई। इस दौरान सभी डाक्टर और कर्मचारियों उत्साह देखने को मिला। सभी लोगों ने हाथों में तिरंगा लेकर पूरे अस्पताल का भ्रमण किया।
यात्रा में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. सुरेश कुमार ने कहा कि लोकनायक अस्पताल आजादी से पहले का अस्पताल है। यह स्वतंत्रता आंदोलन का साक्षी भी रहा है। ब्रिटिश काल में यहां पर बनी हुई जेल में स्वतंत्रता सेनानियों को रखा जाता था। साथ ही यहां बने फांसी घर में फांसी दी जाती थी।
कोरोना काल में अस्पताल ने कोरोना मरीजों का इलाज करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। अस्पताल की उप चिकित्सा अधीक्षक डा. ऋतु सक्सेना ने कहा कि यह समय हमारे युवाओं को राष्ट्र निर्माण के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ने का स्वर्णिम अवसर है। उन्हें आजादी के गुमनाम नायकों से भी परिचित कराया जाना चाहिए। इस मौके उपस्थित लोगों में डा. हरप्रीत, डा. रविंद्र कुमार, डा. कपिल, डा. अमित गुप्ता, डा. अरविंद मोहन,सफाई निरीक्षक सुरेश कौशिक, शंकर लाल सहित अन्य प्रमुख लोग शामिल रहे।
हर घर तिरंगा अभियान में शामिल हों सभी लोग: बीर सिंह
दक्षिणी दिल्ली के संवाददाता अरविंद द्विवेदी ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में चलाए जा रहे हर घर तिरंगा अभियान के तहत दिल्ली नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर बीर सिंह ने रविवार को मदनपुर खादर व सरिता विहार में लोगों को राष्ट्रध्वज बांटा। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि सभी लोग अपने घरों पर कम से कम एक झंडा अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूरे देश में उल्लास का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश के लोग अपने घर, आफिस और बाजारों में हर दुकान तक पर झंडा लगा रहे हैं। इस दौरान बीर सिंह लोगों के घरों की छत व बालकनी पर खुद भी जाकर झंडा लगाया।