डीएमए सचिव बोले सिंगापुर में नहीं पाया गया कोरोना का कोई नया स्ट्रेन, ये दावा गलत
सिंगापुर में कोरोना का नया स्ट्रेन पाए जाने के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दावे को दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) ने गलत बताया है। डीएमए के सचिव डा. अजय गंभीर का कहना है कि सिंगापुर अनुशासित देश है। पिछले कुछ दिनों में वहां कोरोना के कुल 38 मामले सामने आए हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सिंगापुर में कोरोना का नया स्ट्रेन पाए जाने के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दावे को दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) ने गलत बताया है। डीएमए के सचिव डा. अजय गंभीर का कहना है कि सिंगापुर अनुशासित देश है। पिछले कुछ दिनों में वहां कोरोना के कुल 38 मामले सामने आए हैं। इनमें से चार मामले बच्चों से जुड़े हैं। ऐसे में यह कहना गलत है कि वहां नया स्ट्रेन आ चुका है।
डा. अजय गंभीर ने देश में तीसरी लहर आने की अटकलों को गलत बताया है। उनका कहना है कि तीसरी लहर के नाम पर भय फैलाने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है। हमने राज्य और केंद्र सरकार से कई बार आग्रह किया था, लेकिन दूसरी लहर को रोकने के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई। इसी वजह से आज हमें यह दिन देखने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आक्सीजन संकट के बारे में भी पहले ही आगाह किया गया था। यह सरकारों की असफलता है।
अभी दूसरी लहर पर ही काबू नहीं पाया गया है। हमें वायरस को लेकर निगरानी तंत्र को मजबूत करना होगा। वायरस के नए स्ट्रेन और म्यूटेशन पर नजर रखनी होगी। उसके मुताबिक ही तैयारी करनी होगी। किसी को डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। टीकाकरण अभियान को मजबूत किया जाए। बच्चों के लिए भी टीकाकरण नीति बनाई जाए।
उधर एक बात ये भी सामने आ रही है कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में लगातार आ रही गिरावट के पीछे दिल्ली सरकार का कोरोना प्रबंधन की अहम भूमिका है। अप्रैल के मध्य से कोरोना के मामलों में अचानक आई बाढ़ के बाद सरकार ने कांटेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाकर इन्हें कम करने का बड़ा काम किया है। इसके अलावा सरकार ने वैक्सीनेशन और टेस्टिंग पर भी विशेष ध्यान दिया है। इस संबंध में दिल्ली के जिला के हिसाब से कुछ आंकड़े प्राप्त हुए हैं जो कोरोना प्रबंधन को लेकर प्रशासन के बेहतर प्रयासों की तस्दीक करते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो कांटेक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग के लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। इसके अलावा वैक्सीनेशन पर भी तेजी से काम हो रहा है। यहां गौरतलब है कि सभी जिलों को कांटेक्ट ट्रेसिंग का लक्ष्य एक मरीज के मिलने पर 30 लोगों का लक्ष्य रखा गया था। मगर पश्चिमी जिला को छोड़कर सभी जिलों ने इससे अधिक ही काम किया है। इसमें पूर्वी जिला ने सबसे अधिक 35 लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की है।