दिल्ली में छात्रों के लिए सोमवार को लांच होगा ‘देश का मेंटर’ अभियान, सीएम केजरीवाल रहेंगे मौजूद
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं तक लगभग नौ लाख छात्र पंजीकृत हैं। इन छात्रों को सशक्त बनाने और भविष्य को लेकर मार्गदर्शित करने के लिए अब देशभर के युवा किसी भी कोने से जुड़ सकते हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं तक लगभग नौ लाख छात्र पंजीकृत हैं। इन छात्रों को सशक्त बनाने और भविष्य को लेकर मार्गदर्शित करने के लिए अब देशभर के युवा किसी भी कोने से जुड़ सकते हैं। इस संबंध में दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने यूथ फार एजुकेशन प्रोग्राम के तहत ‘देश का मेंटर’ योजना को तैयार किया है। जिसके तहत देशभर के युवाओं को जोड़ा जाएगा। वहीं, निदेशालय इस योजना को 11 अक्टूबर को 11 बजे त्यागराज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में लांच करेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहेंगे। वहीं, निदेशालय ने कालकाजी स्थित स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एजुकेशन, आइएनए स्थित आरपीवीवी स्कूल, लक्ष्मीबाई नगर स्थित गवर्नमेंट कोएड सीनियर सेकेंड्री और चिराग एन्क्लेव स्थित सवरेदय विद्यालय के छात्रों को भी लांच कार्यक्रम में आमंत्रित किया है।
वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अगर कोई युवा स्वयं से ही अपनी उम्र से कम उम्र छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शित करना चाहता हैं तो वो दिल्ली टेक्नोलाजी यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किए गए एक मोबाइल एप्लीकेशन के तहत अपना आवेदन भर सकता है। इसके साथ ही निदेशालय ने सभी उप शिक्षा निदेशकों से कहा है कि वो कार्यक्रम के दिन ये सुनिश्चित करें कि सभी छात्र सवा दस तक सीटों पर बैठ जाएं। शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस अभियान के तहत मेंटर को अपने चुने हुए बच्चों से लगातार फोन पर संपर्क करते रहना होगा।
देशबंधु कालेज में वन्य जीव सप्ताह का हुआ समापन
वहीं, देशबंधु कालेज के जीव विज्ञान विभाग की ओर से छात्रों के लिए आयोजित वन्य जीव सप्ताह का शनिवार को समापन हुआ। अंतिम दिन छात्रों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय जैव विज्ञान केंद्र की संरक्षक व विज्ञान शास्त्री डा.उमा रामकृष्णन ने बाघों के संरक्षण को लेकर अपने विचार रखे। कार्यक्रम की संरक्षक डा. संध्या राय ने वेबिनार के अंत में वन्य जीवों के संरक्षण, शिकार प्रतिबंध और जंगली जीवों के व्यापार पर रोक लगाने का निवेदन किया।