CBSE 12th Board exams 2021: डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का सुझाव, सभी छात्रों को लगे टीका फिर हो परीक्षा
CBSE 12th Board exams 2021 मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे मनोयोग से जुटे तो तीन से चार सप्ताह में 12वीं कक्षा के सभी बच्चों एवं शिक्षकों को वैक्सीन लगाने का काम पूरा किया जा सकता है। वैक्सीन लगाने के बाद ही परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली के शिक्षा मंत्री व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर बिना वैक्सीन लगाए किसी भी बच्चे को 12वीं परीक्षा में नहीं बुलाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार पूरे मनोयोग से जुटे तो तीन से चार सप्ताह में 12वीं कक्षा के सभी बच्चों एवं शिक्षकों को वैक्सीन लगाने का काम पूरा किया जा सकता है। कक्षा 12 के सभी बच्चों को वैक्सीन लगाने के बाद ही परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सुझाव दिया कि केंद्र सरकार विशेषज्ञों से राय ले कि कोवैक्सीन व कोविशील्ड, जो अभी 18 से 44 वर्ष के लिए इस्तेमाल हो रही है, वह 17 वर्ष के बच्चों को दी जा सकती है या नहीं। अगर विशेषज्ञ की सहमति हो तो प्राथमिकता के आधार पर कक्षा 12 के 95 फीसद बच्चों को जो 17 वर्ष या इससे ऊपर हैं, उन्हें ये वैक्सीन दी जाए। केंद्र सरकार फाइजर कंपनी से बात करे और 12 वर्ष की उम्र वालों के लिए निर्मित वैक्सीन को भारत के लिए खरीदे।
उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीनेशन संभव नहीं है तो मेरा सुझाव है कि इस वर्ष बोर्ड की परीक्षा पूरी तरह रद कर दी जाए। 12वीं कक्षा के बच्चे कम से कम 12 वर्ष स्कूल में बिता चुके हैं। उनके पूर्व के शैक्षिक प्रदर्शनों, जैसे दसवीं बोर्ड परीक्षा के अंक, 11वीं के अंक और 12वीं में अब तक स्कूल द्वारा किए आकलन के आधार पर रिजल्ट निकाला जा सकता है। जो बच्चे इस रिजल्ट से असहमत हैं, उनके लिए भविष्य में जब स्थिति सामान्य हो, तब परीक्षा कराने का विकल्प खुला रखा जाए।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि एक महीने के भीतर वर्ष 2022 की परीक्षा के स्वरूप पर चर्चा के लिए उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई जाए। हमें अगले साल के लिए सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अभी से तैयारी शुरू करनी चाहिए।