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वैक्सीन की किल्लत को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बोला केंद्र सरकार पर हमला

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कहती है कि राज्य वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर निकालें लेकिन उसने अभी तक वैक्सीन कंपनियों को मंजूरी ही नहीं दी है।

By Jp YadavEdited By: Published: Mon, 24 May 2021 01:51 PM (IST)Updated: Mon, 24 May 2021 02:03 PM (IST)
वैक्सीन की किल्लत को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बोला केंद्र सरकार पर हमला
वैक्सीन की किल्लत को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बोला केंद्र सरकार पर हमला

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली समेत देशभर में कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर सोमवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कहती है कि राज्य वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर निकालें, लेकिन उसने अभी तक वैक्सीन कंपनियों को मंजूरी ही नहीं दी है। उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जब अमेरिका समेत सारी दुनिया के  तमाम देश वैक्सीन को मंजूरी दे रहे थे तब भारत सरकार सो रही थी और आज भी सो रही है।  

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मनीष सिसोदिया ने सोमवार को डिजिटल पत्रकार वार्ता में कहा कि अमेरिका ने दिसंबर, 2020 में ही फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को मंजूरी दे दी थी, वहीं, भारत ने आज तक इन तीनों वैक्सीन को मंजूरी नहीं मिली है। दुनिया के कई देशों ने अपनी आबादी से ज्यादा के लिए वैक्सीन खरीद कर रख ली है, लेकिन भारत सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। आलम यह है कि अब तक दुनिया के अधिकतर देशों ने वैक्सीन की खरीद कर ली है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि सारी दुनिया में वैक्सीन को लेकर बहुत पॉजिटिव माहौल है। वहां की सरकारें बहुत शिद्दत से वैक्सीन जुटाने में वैक्सीन बनवाने में वैक्सिंग खरीदने में और वैक्सीन लगाने में जुटी हुई हैं। दिल्ली सरकार ने भी युद्ध स्तर पर दिल्ली के एक-एक नागरिक को वैक्सीन लगाने में जुटी हुई है। इसके लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है। पूरे मिशन मोड में इसके लिए दिल्ली के स्कूलों में डिस्पेंसरी हॉस्पिटल में सारा मिलाकर 400 सेंट्रल युवाओं के लिए बनाए गए हैं जहां युवाओं को वैक्सीन लग सकती हैं। इसके अलावा 650 सेंटर 45 से ऊपर लोगों के लिए बनाए गए हैं, लेकिन केंद्र सरकार की बदइंतजामी की वजह से आज युवाओं के लिए बनाए गए सारे सेंटर्स बंद हो गये। इसके अलावा 45 साल से ऊपर के लिए बनाए गए सेंटर्स में कोवैक्सीन खत्म हो गए हैं। वही को कोविशिल्ड के सेंटर्स वहां चल रहे हैं।

यह स्थिति केवल दिल्ली में ही नहीं पूरे देश में बनी हुई है। इसका आलम यह है कि कई राज्यों के सेंटर में वैक्सीनेशन की शुरुआत ही नहीं हो पाई है। युवाओं के लिए तो देश के कई राज्यों में कई जिलों में वैक्सीनेशन शुरू ही नहीं हुआ। जहां शुरू हुए वहां सेंटर्स बंद करने पड़ रहे हैं क्योंकि व्यक्ति ही नहीं है। वैक्सिंग क्यों अवेलेबल नहीं है वैक्सीन कहां गई। मैं कई बार बोल चुका हूं कि इसके लिए सिर्फ केंद्र सरकार जिम्मेदार है। केंद्र सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह पूरे देश के लिए वैक्सीन उपलब्ध करवाएं। हमने युवाओं के लिए केंद्र सरकार से वैक्सीन मांगी तो सेंटर से देखा कि आपको सिर्फ चार लाख वैक्सीन मिलेगी, आप ग्लोबल टेंडर करके ले लीजिए। तब हमने मोडरना, जॉनसन एंड जॉनसन, फाइजर इन तमाम कंपनियों से संपर्क किया। मॉडर्ना और फाइजर केवल केंद्र सरकार से बात कर रही है, वह किसी भी राज्य सरकार को सीधे तौर पर बात नहीं करेगी।


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