Kisan Andolan: दिग्गज हिंदू नेता की मांग, सिंघु समेत दिल्ली के सभी बार्डर हों सेना के हवाले
जय भगवान गोयल ने बयान जारी कर कहा कि खालिस्तान समर्थकों का कृषि कानून विरोधी आंदोलन को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन किसी से छिपा नहीं। ऐसे में दिल्ली के सभी बार्डर सेना के हवाले किए जाने चाहिए।
नई दिल्ली/सोनीपत, जागरण संवाददाता। दिल्ली-हरियाण के सिंघु बार्डर पर पंजाब के दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या को लेकर राजनीतिक दलों के साथ सामाजिक संगठन भी नाराज हैं। इस कड़ी में यूनाइटेड हिंदू फ्रंट अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने मांग की है कि दिल्ली के सभी बार्डर सेना के हवाले कर दिए जाएं। उन्होंने किसानों के आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा समेत अन्य किसान संगठनों को भी कटघरे में खड़ा किया है। पूर्वी दिल्ली के शाहदरा इलाके में उन्होंने एक बयान जारी करके कहा है कि युवक लखबीर सिंह की हत्या के मामले से किसान संगठनों का पल्ला झाड़ना निंदनीय है। अब अवार्ड वापसी करने वाले भी चुप बैठे हैं। उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आ रही है।
जयभगवान गोयल ने मांग की है कि सुरक्षा की दृष्टि से सिंघु समेत दिल्ली के सभी बार्डर सेना के हवाले होने चाहिए। जय भगवान गोयल ने बयान जारी कर कहा कि खालिस्तान समर्थकों का कृषि कानून विरोधी आंदोलन को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन किसी से छिपा नहीं। दलित युवक की हत्या की घटना को देखते हुए दिल्ली की सीमाओं को सख्त कार्रवाई कर खाली कराना चाहिए। इसमें देरी करना देरी करना परेशानी का कारण बन सकती है।
सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखा
उधर, सोनीपत शहर के वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना को कुंडली बार्डर पर हुई दर्दनाक हत्या की जांच के लिए अनुरोध करते हुए पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि मानवता को तार-तार करने वाले ऐसे जघन्य मामले पर प्रधान न्यायाधीश स्वत: संज्ञान लें।
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह पंजाब के युवक लखबीर सिंह का शव सिंघु बार्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों के स्थल के बेहद करीब मिला। शुक्रवार शाम को मुख्य आरोपित निहंग सरबजीत सिंह ने हत्या के इस मामले में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके तीन अन्य आरोपितों ने भी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। रविवार को इन आरोपितों ने सोनीपत कोर्ट में यह भी कबूल किया है कि उन्होंने लखबीर सिंह की हत्या की है।