दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भी कोरोना मरीज करा सकेंगे मोनोक्लोनल एंटीबाडी से इलाज
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भी मंगलवार से कोरोना मरीजों का इलाज मोनोक्लोनल एंटीबाडी काकटेल (एमएसी) दवा से करना शुरू कर दिया गया है। अस्पताल के चेयरमैन डा डीएस राणा ने बताया कि इसकी एक खुराक की कीमत 59 हजार 750 रुपये रखी गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भी मंगलवार से कोरोना मरीजों का इलाज मोनोक्लोनल एंटीबाडी काकटेल (एमएसी) दवा से करना शुरू कर दिया गया है। अस्पताल के चेयरमैन डा डीएस राणा ने बताया कि इसकी एक खुराक की कीमत 59 हजार 750 रुपये रखी गई है। डीएस राणा ने यह भी बताया कि गंगाराम अस्पताल में फिलहाल इसका इस्तेमाल हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीजों पर किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यह दवाई कासिरिविमैब और इंम्डेविमैब दोनों दवाईयों के मिश्रण से तैयार की गई है। यह दवा मरीज के कोरोना संक्रमित होने के शुरुआती सात दिनों में ही दी जाती है। इस दवाई के बारे में दावा है कि इसके इस्तेमाल से 70 से 80 फीसद लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। दवा देने के बाद मरीज को एक घंटे तक निगरानी में रखा जाता है, जिससे किसी दुष्प्रभाव का पता चल सके। सब कुछ ठीक रहने पर मरीज को घर जाने की अनुमति दी जाती है।
इससे पहले दिल्ली के ही इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के अलावा एनसीआर के कई दूसरे अस्पताल भी इस दवाई से कोरोना मरीजों का इलाज शुरू कर चुके हैं। ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया के मुताबिक इस दवाई के इस्तेमाल के लिए मरीज के पास कोरोना संक्रमण की पाजिटिव रिपोर्ट, हल्के व मध्यम लक्षण और उम्र 12 साल से ऊपर होनी चाहिए।