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Happy New Year 2021: टीके से कोरोना पर होगा वार तो अन्य रोगों के इलाज में जुटेंगे दिल्ली के अस्पताल

Happy New Year 2021 दिल्ली सरकार ने टीकाकरण की पूरी तैयारी भी कर ली है। यहां पहले से 620 टीकाकरण केंद्र हैं जहां रुटीन टीकाकरण होता है। वहां कोरोना के टीके भी लगाए जाएंगे। टीके के 74 लाख डोज के भंडारण की क्षमता है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 01:20 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 01:20 PM (IST)
Happy New Year 2021: टीके से कोरोना पर होगा वार तो अन्य रोगों के इलाज में जुटेंगे दिल्ली के अस्पताल
सबसे पहले करीब तीन लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगेगा।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। पुराना साल कोरोना के साये और भय के माहौल में बीत गया। कई बड़े अस्पतालों में कोरोना को छोड़कर अन्य बीमारियों का इलाज बंद रहा। लोकनायक, जीटीबी सहित दिल्ली के कई अस्पतालों में अभी भी यही स्थिति है। यहां तक कि एम्स के ट्रामा सेंटर, राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआइ) और सफदरजंग अस्पताल का सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक भी कोविड अस्पताल में तब्दील है। इससे हादसा पीड़ितों, कैंसर व अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों का इलाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लिहाजा, उम्मीद है कि नए साल में कोरोना के टीकाकरण से यह महामारी खत्म होगी। कुछ नए चिकित्सा सेंटर व अस्पताल तो शुरू होंगे ही, पुराने अस्पताल भी पहले की तरह अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज में जुटेंगे। इससे किडनी, दिल, लिवर की गंभीर बीमारियों व कैंसर के मरीजों को इलाज के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। जनवरी के पहले सप्ताह में कोरोना के एक टीके को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल सकती है, इसलिए दिल्ली में जनवरी में ही टीका लगाने का काम शुरू हो सकता है। दिल्ली सरकार ने टीकाकरण की पूरी तैयारी भी कर ली है। यहां पहले से 620 टीकाकरण केंद्र हैं, जहां रुटीन टीकाकरण होता है। वहां कोरोना के टीके भी लगाए जाएंगे। टीके के 74 लाख डोज के भंडारण की क्षमता है। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों व 50 साल से अधिक उम्र के लोगों व पुरानी बीमारियों से पीड़ित 51 लाख लोगों को टीका लगना है। सबसे पहले करीब तीन लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगेगा।

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एम्स में शुरू होंगे तीन नए सेंटर

एम्स में तीन नए सेंटर बनकर तैयार हैं। नए साल में इन तीनों सेंटरों में चिकित्सा सुविधा शुरू होगी। इससे एम्स में 725 बेड बढ़ जाएंगे और कुल बेड क्षमता 3100 से ज्यादा हो जाएगी। इनमें बर्न व प्लास्टिक सर्जरी ब्लाक शामिल होगा। इस बर्न सेंटर में 100 बेड की क्षमता होगी। यह सफदरजंग बर्न ब्लाक के बाद देश का सबसे बड़ा बर्न सेंटर होगा, जहां इलाज की अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा होगी। इसमें रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, हेयर व हाथ प्रत्यारोपण जैसी सुविधा शुरू करने की योजना है।

200 बेड का अलग सर्जरी ब्लॉक

एम्स में नए साल में सर्जरी ब्लाक शुरू होगा। इसमें 200 बेड की सुविधा होगी। इस ब्लाक में 12 अत्याधुनिक माड्यूलर आपरेशन थियेटर (ओटी) की सुविधा होगी। इससे एम्स में सर्जरी की प्रतीक्षा सूची कम होगी। साथ ही जनरल सर्जरी व किडनी प्रत्यारोपण के मरीजों का ऑपरेशन जल्द हो सकेगा। करीब 17 हजार वर्ग मीटर में बने इस ब्लाक में राष्ट्रीय एंडोस्कोपी सेंटर भी शुरू किया जाएगा।

425 बेड का होगा मातृ व शिशु ब्लॉक

एम्स के गायनी और पीडियाट्रिक विभाग में मरीजों का दबाव अधिक होता है। लिहाजा, एम्स परिसर में बने मातृ व शिशु ब्लाक में भी इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी। इस ब्लाक में 425 बेड व 12 आपरेशन थियेटर होंगे। द्वारका में शुरू हो सकता है नया अस्पतालद्वारका सेक्टर-9 में करीब 24 एकड़ जमीन में नए अस्पताल का निर्माण हो रहा है। इसमें 1241 बेड की सुविधा होगी। यह पश्चिमी व दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली का सबसे बड़ा अस्पताल होगा। पहले चरण में 700 बेड का अस्पताल बनाने का काम वर्ष 2014 में शुरू हुआ, जो फरवरी 2017 में बनकर तैयार होना था। बाद में इसमें 1241 बेड के अस्पताल के निर्माण को दिल्ली सरकार ने मंजूरी दी। हालांकि उसका भवन बनकर तैयार है। 2020 में कोरोना के इलाज के लिए इसमें व्यवस्था करने की तैयारी थी, लेकिन यह शुरू नहीं हो पाया। नए साल में इस अस्पताल में 700 बेड के साथ चिकित्सा सुविधा शुरू हो सकती है। इससे द्वारका, पालम व उत्तम नगर के आसपास की दर्जनों कालोनियों के अलावा, बिजवासन, कापसहेड़ा व नजफगढ़ इलाके के गांवों के मरीजों को फायदा होगा।

दो नए अस्पतालों में शुरू होगा अन्य बीमारियों का इलाज

वर्ष 2020 में बुराड़ी व अंबेडकर नगर में दो नए अस्पताल शुरू हुए। फिलहाल बुराड़ी के अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए 320 बेड व अंबेडकर नगर के अस्पताल में 200 बेड की सुविधा है। नए साल में यदि कोरोना के संक्रमण से राहत रही तो इन दोनों अस्पतालों में अन्य बीमारियों का इलाज शुरू होगा। अंबेडकर अस्पताल में 600 बेड व बुराड़ी के अस्पताल में 768 बेड की सुविधा होगी। इसके अलावा पुराने अस्पतालों की विस्तार परियोजनाएं रफ्तार पकड़ेंगी।

हेल्थ कार्ड जारी कर सकती है दिल्ली सरकार

दिल्ली सरकार वर्ष 2021 में अगस्त तक दिल्ली के लोगों को इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ कार्ड जारी कर सकती है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे लोगों को अस्पतालों में इलाज कराना आसान हो जाएगा। लोगों के स्वास्थ्य का पूरा रिकार्ड उपलब्ध रहेगा। इसके लिए वेब पोर्टल व मोबाइल एप की सुविधा जारी होगी।

ट्रॉमा सेंटर में फिर से शुरू होगा हादसा पीड़ितों का इलाज

नए साल में एम्स के ट्रामा सेंटर में दोबारा हादसा पीड़ितों का इलाज शुरू हो सकेगा। इसी तरह एम्स के एनसीआइ में नए साल में कैंसर का इलाज शुरू हो सकता है। इसके अलावा यदि सबकुछ ठीक रहा तो दिल्ली सरकार के सबसे बड़े लोकनायक अस्पताल में भी ओपीडी व अन्य मरीजों का इलाज शुरू होगा।स्वास्थ्य का बढ़ेगा बजट कोरोना के मद्देनजर चिकित्सा जगत को उम्मीद है कि स्वास्थ्य का बजट भी बढ़ेगा।

दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) के अध्यक्ष डा. बीबी वाधवा ने कहा कि कोरोना की रोकथाम में स्थानीय प्रशासन की सक्रियता अधिक रही। इससे उम्मीद है कि आगे भी बीमारियों के सर्विलांस और रोकथाम का अभियान बेहतर रहेगा। इसके अलावा स्वास्थ्य का बजट भी बढ़ेगा। ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।

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