Move to Jagran APP

दिल्ली का पहला ओमिक्रोन मरीज पूरी तरह ठीक, लक्षण को लेकर बताई कई हैरान करने वालीं बातें

ओमिक्रोन से संक्रमित दिल्ली के पहले पीड़ित साहिल ठाकुर ने बताया कि मुझे ना खांसी थी ना बुखार और ना गले में खराश जैसा कोई लक्षण। मैं बिल्कुल ठीक था। मुझे बिल्कुल भी यह नहीं लग रहा था कि मैं कोरोना संक्रमित हूं।

By Jp YadavEdited By: Published: Thu, 23 Dec 2021 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 23 Dec 2021 08:30 AM (IST)
दिल्ली का पहला ओमिक्रोन मरीज पूरी तरह ठीक, लक्षण को लेकर बताई कई हैरान करने वालीं बातें
दिल्ली का पहला ओमिक्रोन मरीज पूरी तरह ठीक, लक्षण को लेकर बताई कई हैरान करने वालीं बातें

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। 'ओमिक्रोन वायरस संक्रमण का कोई भी लक्षण न होने पर जब रिपोर्ट पाजिटिव आई तो एक बार तो विश्ववास ही नहीं हुआ। मुझे ना खांसी थी, ना बुखार और ना गले में खराश जैसा कोई लक्षण। मैं बिल्कुल ठीक था। मुझे बिल्कुल भी यह नहीं लग रहा था कि मैं कोरोना संक्रमित हूं।' यह बात दिल्ली के पहले ओमिक्रोन संक्रमित ने 27 वर्षीय व्यवसायी साहिल ठाकुर ने कही। अब ठीक हो चुके साहिल ने बताया कि वह दुबई से यात्रा करके दिल्ली लौटे थे।

loksabha election banner

संक्रमित होकर भी जी रहे थे सामान्य जीवन

साहिल ने बताया कि चार दिसंबर को वे दुबई से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। इस दौरान ई सुविधा का इस्तेमाल करके वे एयरपोर्ट से बाहर निकल गए थे। उनकी जांच नहीं हुई। रोहिणी स्थित घर पहुंचने के बाद वह स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन जी रहे थे। उन्हें किसी काम से मुंबई जाना था इसलिए तीन दिन बाद सात दिसंबर को कोरोना की आरटीपीसीआर जांच कराई। अगले दिन जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। दस दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग से उन्हें फोन आया कि उनके कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमित होने का पता चला है।

आइसोलेशन में रहे थे कई दिनों तक

दरअसल, जब साहिल कोरोना संक्रमित हुए तो उनका यात्रा विवरण देखा गया, जिसमें उनके विदेश से लौटने की भी जानकारी थी, इसलिए उनके सैम्पल की जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई गई। उन्होंने कहा कि वह खुद अहतियात के तौर पर घर में आइसोलेशन में रह रहे थे। ऐसे में सुरक्षाकर्मियों को उनके बाहर रखा जाना उन्हें पसंद नहीं आया। इसके बाद 11 दिसंबर को उन्हें लोकनायक अस्पताल ले जाने के लिए उनके घर एक एंबुलेंस भेजी गई। अस्पताल में भर्ती होने पर उन्हें अलग कमरा दिया गया था। वहां कुछ दिन बाद और ओमिक्रोन संक्रमित भी आ गए। करीब 35 से 40 कोरोना संक्रमित वहां थे।

देशभर में उड़ा और फिर छा गया यूपी-बिहार का 'गर्दा' क्या है पूरा मामला? जानने के लिए पढ़ें स्टोरी

डीडीए हाउसिंग स्कीम: नए साल में दिल्ली में खुद का घर लेने का सपना होगा साकार, आज से करें आवेदन

इन दवाइयों का किया इस्तेमाल

साहिल ने बताया कोई लक्षण न होने के कारण उन्होंने कोई दवाई भी नहीं ली लेकिन उनके कमरे में जिंक, विटामिन सी, पैरासिटामोल कोरोना के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवाईयां रख दी जाती थीं लेकिन उन्होंने इनका इस्तेमाल नहीं किया।

यह भी पढ़ेंः पंजाब चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल को तगड़ा झटका, सीनियर नेता ने थामा भाजपा का दामन

यह भी पढ़ेंः दिल्ली निगम चुनाव से पहले शहजाद पूनावाला को भाजपा ने दी बड़ी जिम्मेदारी

नोएडा क्षेत्र से जुड़े 8 लाख से अधिक कर्मियों ने नहीं किया EPFO से जुड़ा यह काम तो बढ़ जाएगी मुश्किल

सुनवाई के दौरान बिस्तर पर लेटे थे पंजाब के पूर्व डीजीपी, दिल्ली की कोर्ट ने लगाई फटकार; पढ़िये और क्या कहा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.