पराली जलाए जाने से खराब हो रही दिल्ली की आवोहवा, पढ़िए गोपाल राय ने और क्या कहा
Delhi Air Quality Index इिल्ली में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को हो रही है। पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश को मिलाकर अब तक 45000 जगहों पर पराली में आग लगाई गई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली की आवोहवा खराब हो गई है। लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को हो रही है। वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में चारों तरफ पराली जलने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को मिलाकर अब तक 45,000 जगहों पर पराली में आग लगाई गई है। इससे दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं, दिल्ली में वायु प्रदूषण के बहुत खराब और गंभीर स्तर के बीच स्माग एपिसोड के भी लंबा खिचने के आसार बन रहे हैं।
सेंटर फार साइंस एंड एन्वायरमेंट (सीएसई) की अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार सुधार के अभी कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। रिपोर्ट में मौजूदा हालातों के मद्देनजर आपातकालीन उपाय अपनाने पर भी बल दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी में छाया स्माग दिल्ली में लगातार उच्च वायु प्रदूषण स्तर को दर्शाता है। सर्दी शुरू होते ही दिल्ली में स्माग छा गया, जो दर्शाता है कि इस वर्ष ज्यादा परेशान करने वाले स्माग का सामना करना पड़ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चार नवंबर को दीपावली के दिन प्रदूषण उच्च स्तर तक पहुंच गया। तभी से स्थिति बेहद खराब बनी हुई है। सीएसई ने रिपोर्ट में कहा है कि अब के स्माग की तुलना वर्ष 2018 और वर्ष 2020 के पहले स्माग से की जा सकती है, जब छह दिन तक स्माग छाया रहा था। लेकिन, वर्ष 2019 में स्माग की स्थिति ज्यादा खतरनाक रही। तब आठ दिन तक स्माग छाया रहा था।
फिलहाल, राजधानी में छाया स्माग वर्ष 2019 के ज्यादा खतरनाक स्तर पर पाया गया है। हालांकि, अभी हवा चल रही है, इसके बावजूद स्माग गहराया है। यह दर्शाता है कि वायु प्रदूषण दूर करने के पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए हैं। शुक्रवार को शालीमार बाग में दोपहर के समय आसमान में स्माग छाया हुआ था। यहां स्कूली छात्राओं को बस के इंतजार में काफी देर खड़े रहना पड़ा। छात्रा स्वाति सक्सेना ने बताया कि स्वाग के कारण बसें भी काफी देरी से पहुंच रही हैं।