दिल्ली में अब हड़ताली सफाई कर्मचारियों ने दी धर्म परिवर्तन की चेतावनी
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कुछ हड़ताली सफाई कर्मचारियों की यूनियन के कुछ नेताओं ने मांगें पूरी नहीं होने पर धर्म परिवर्तन की चेतावनी दी है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 10 दिनों से हड़ताल कर रही सफाई कर्मचारी यूनियनों में से कुछ ने धर्म परिवर्तन की चेतावनी दी हैं। कुछ यूनियनों के कुछ नेताओं का कहना है कि वे पांच अक्टूबर को जामा मस्जिद पहुंचेंगे। हालांकि अन्य यूनियन के नेताओं ने इसका विरोध भी किया है। उनका कहना है कि इससे कोई समाधान नहीं मिलेगा।
कड़कड़डूमा स्थित पूर्वी निगम के शाहदरा दक्षिणी जोन कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के संस्थापक आरबी ऊंटवाल और दिल्ली प्रदेश सफाई मजदूर यूनियन के अध्यक्ष जय भगवान चारण ने घोषणा की कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि वे हजारों की संख्या में जामा मस्जिद पहुंचकर इस्लाम धर्म कबूल करेंगे। हालांकि इसके पहले तीन अक्टूबर को राजनिवास पर प्रदर्शन करेंगे। इन यूनियन नेताओं का कहना है कि पिछले 20 वर्षों से अधिकारी व नेता उन्हें गुमराह कर रहे हैं।
हर बार आश्वासन दिया जाता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इसी वजह से इस तरह का फैसला लेने पर यूनियन मजबूर हो रही है। आरबी ऊंटवाल ने कहा कि देश में दलित समाज वर्षो से उपेक्षित है। पूर्वी निगम में काम करने वाले ज्यादातर सफाई कर्मचारी दलित समाज से ताल्लुक रखते हैं, जिससे यहां भी उनका शोषण किया जा रहा है।
वर्षों से उनका एरियर बकाया है। 20 वर्षों से कर्मचारी स्थायी होने की बाट जोह रहे हैं। गंदगी में काम करने वालों को चिकित्सकीय सुविधा तक नहीं दी जा रही है। सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारियों को लाभांश नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि अपनी मांगों को लेकर तीन अक्टूबर को राजनिवास पर प्रदर्शन करेंगे और इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गई तो इस्लाम धर्म कबूल करने पर मजबूर होंगे।
उधर, एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष संजय गहलोत ने इस फैसले का विरोध किया। उनका कहना था कि हमारी मांगें सड़कों पर आंदोलन करने से पूरी होंगी न कि धर्म परिवर्तन से। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म कबूल करने का जो ऐलान किया गया है, वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि आगामी 5 अक्टूबर को वाल्मीकि समाज के हजारों लोग रामलीला मैदान पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे।