Move to Jagran APP

Delhi Weather Update: एक ओर टाक्टे ने मचाया हाहाकार दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर के लोगों को दी सबसे साफ हवा

दिल्ली सहित एनसीआर में भी फरीदाबाद ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम का एयर इंडेक्स 100 से नीचे दर्ज हुआ। अभी अगले दो दिन और ऐसी ही हवा बरकरार रह सकती है। सीपीसीबी द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को राजधानी का एयर इंडेक्स 93 दर्ज किया गया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 12:47 PM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 12:47 PM (IST)
Delhi Weather Update: एक ओर टाक्टे ने मचाया हाहाकार दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर के लोगों को दी सबसे साफ हवा
सितंबर-अक्टूबर 2020 के बाद पहली बार दिल्ली का एयर इंडेक्स रहा सिर्फ 93 यानी संतोषजनक श्रेणी में।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मौसम की मेहरबानी कहें, लाकडाउन का असर या टाक्टे तूफान का प्रभाव.. मंगलवार को दिल्ली वासियों ने 2021 की सबसे साफ हवा में सांस ली। दिल्ली सहित एनसीआर में भी फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम का एयर इंडेक्स 100 से नीचे दर्ज हुआ। अभी अगले दो दिन और ऐसी ही हवा बरकरार रह सकती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को राजधानी का एयर इंडेक्स 93 दर्ज किया गया। एनसीआर में फरीदाबाद का 98, गाजियाबाद का 122, ग्रेटर नोएडा का 79, गुरुग्राम का 94 और नोएडा का एयर इंडेक्स 108 दर्ज किया गया।

loksabha election banner

गाजियाबाद और नोएडा की हवा मध्यम जबकि अन्य सभी जगहों की संतोषजनक श्रेणी में रिकार्ड हुई। पीछे मुड़कर देखा जाए तो इस साल जनवरी से लेकर अभी तक पहली बार ऐसा हुआ है कि हवा इतनी साफ रही हो। मंगलवार को दिल्ली का पीएम 2.5 भी महज 40 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज हुआ, जोकि अच्छी श्रेणी में था। इससे पहले सितंबर-अक्टूबर 2020 में दिल्ली वासियों को इतनी साफ हवा नसीब हुई थी। सफर इंडिया के मुताबिक तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना के मद्देनजर बुधवार और बृहस्पतिवार को भी दिल्ली एनसीआर का एयर इंडेक्स इतना ही साफ बना सकता है।

ये भी पढ़ेंः दिल्ली-NCR में झमाझम बारिश, टाक्टे तूफान के चलते दिल्ली में टूटा 70 साल का रिकार्ड

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीते वर्ष एक अध्ययन किया था। इस अध्ययन में पाया गया गया था कि गाजियाबाद विश्व में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा। यहां की हवा सांस लेने लायक नहीं रही। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 500 के ऊपर भी जा चुकी थी। प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र लगाने के साथ जागरूकता भी बहुत जरूरी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय में कर्मचारी बढ़ाए जाए जिससे प्रदूषण की निगरानी अच्छे से हो सके। बजट के दौरान भी इस शहर के लिए सबसे कम प्रावधान किया गया था।

ये भी पढ़ेंः दिल्ली में मई की बारिश ने दिखाई मानसून के समय की तस्वीर, कई इलाकों में जलभराव

 ये भी पढ़ेंः Indian Railways: दिल्ली से बनारस की दूरी तीन घंटे में होगी तय, बुलेट ट्रेन चलाने की दिशा में काम शुरू


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.