Delhi Violence: क्राइम ब्रांच ने 2 और आरोपियों को किया गिरफ्तार, इनके पास से कई फोन बरामद
Delhi Violence दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24-15 फरवरी को हुई हिंसा में दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। Delhi Violence : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24-15 फरवरी को हुई हिंसा में दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया है, इनके नाम गुलफाम और तनवीर हैं। इस पर दिल्ली में हुई हिंसा में शामिल होने के आरोप है। इन दोनों के पास से पुलिस ने कुछ मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं और फोन को जांच के लिए फॉरेंसिक विभाग को भेज दिया गया है।
रतन लाल के सात हत्यारोपितों सहित 18 दंगाई और गिरफ्तार
इससे पहले बृहस्पतिवार को स्पेशल इन्वेसिटगेशन टीम (एसआइटी) ने हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के सात आरोपितों सहित 18 दंगाइयों को और गिरफ्तार कर लिया है। इनमें भजनपुरा में दो युवकों को गोली मारने के आरोप में दो दंगाई गिरफ्तार किए गए हैं। यहां जिन दो लोगों को गोली मारी गई, उसमें एक की मौत हो गई थी। वहीं दयालपुर में एक युवक की हत्या के मामले में तीन दंगाई गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि भजनपुरा में अकबरी देवी की हत्या करने व उनका घर जलाने के मामले में दो सगे भाइयों के अलावा अन्य दंगाइयों को नाले से शव मिलने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने बताया कि हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के मामले में सलीम मलिक उर्फ मुन्ना, मुहम्मद जलालुद्दीन उर्फ गुड्डू, मुहम्मद अयूब, मुहम्मद यूनुस, आरिफ व मुहम्मद सलीम खान को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपित चांद बाग के रहने वाले हैं। इसके अलावा गिरफ्तार एक अन्य आरोपित मुहम्मद दानिश गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला है। हालांकि, रतन लाल को गोली किसने मारी इस बात का पता अभी तक पुलिस नहीं लगा सकी है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पुलिस इस संबंध में भी जानकारी जुटाने का प्रयास करेगी।
शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि दंगाइयों ने षड़यंत्र के तहत पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। क्योंकि घटना वाले दिन चांद बाग इलाके में धरनास्थल के समीप अधिकांश सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए थे। ताकि, दंगाइयों की तस्वीर कैमरे में कैद न हो सके। बावजूद इसके कुछ आरोपितों की तस्वीर कैमरे में कैद हो गई है, जबकि कुछ की पहचान अन्य सुबूतों के आधार पर की गई है। 24 फरवरी को हिंसा की सूचना पर पुलिस फोर्स को चांद बाग इलाके में भेजा गया था। इसी दौरान अचानक से भीड़ ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी थी। इस बीच दंगाइयों ने हेड कांस्टेबल रतन लाल की पिटाई करने के साथ ही उन्हें गोली मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। हिंसा में शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा और गोकलपुरी एसीपी अनुज कुमार सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे।
इधर 24 फरवरी की दोपहर दयालपुर में शाहिद नाम के युवक की हत्या के आरोप में क्राइम ब्रांच की एसआइटी ने चांद बाग निवासी फिरोज, चांद मुहम्मद व रईश खान को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक दंगे के दौरान मोहन नर्सिंग होम के सामने स्थित घर की छत पर शाहिद खड़ा था। उसी समय गोली लगने से उसकी मौत हो गई थी। वीडियो फुटेज में तीनों की पहचान होने पर इन्हें गिरफ्तार किया गया है।
वहीं भजनपुरा के सुभाष मोहल्ला निवासी मेहरूम व श्मशाद नाम के युवकों को गोली मारने के आरोप में एसआइटी ने इसी मोहल्ले के शोएब सैफी व इमरान को गिरफ्तार किया है। हमले में मेहरूम की मौत हो गई थी, जबकि श्मशाद घायल हो गया था। वीडियो फुटेज के जरिये इनकी पहचान होने के बाद गिरफ्तार किया गया। मेहरूम के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। एसआइटी जांच कर पता लगा रही है कि मेहरूम को किसने गोली मारी थी। शोएब 12वीं का छात्र है। बृहस्पतिवार को उसकी परीक्षा थी। शोएब के लिए क्राइम ब्रांच को विशेष तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा खत्म होने तक उससे पूछताछ नहीं की जाए।