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Delhi Violence: उमर खालिद की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी, कोर्ट में कहा- नहीं हो रहा मेरा इलाज

उमर खालिद की न्यायिक हिरासत कड़कड़डूमा कोर्ट ने 14 दिन के लिए बढ़ा दी। मुख्य महानगर दंडाधिकारी दिनेश कुमार की कोर्ट में सुनवाई के दौरान उमर खालिद ने तिहाड़ जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि तीन दिन से उसके दांत में दर्द है लेकिन इलाज नहीं हो रहा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 07:10 AM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 12:24 PM (IST)
Delhi Violence: उमर खालिद की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी, कोर्ट में कहा- नहीं हो रहा मेरा इलाज
कोर्ट ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया है कि उसका ठीक तरह से इलाज कराया जाए।

नई दिल्ली, आशीष गुप्ता। दिल्ली दंगे की साजिश रचने के आरोपित जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद की न्यायिक हिरासत कड़कड़डूमा कोर्ट ने 14 दिन के लिए बढ़ा दी। मुख्य महानगर दंडाधिकारी दिनेश कुमार की कोर्ट में सुनवाई के दौरान उमर खालिद ने तिहाड़ जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि तीन दिन से उसके दांत में दर्द है, लेकिन उसका इलाज नहीं कराया जा रहा।

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इस पर कोर्ट ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया है कि उसका ठीक तरह से इलाज कराया जाए। साथ ही कहा है कि दो दिन में अनुपालन आख्या काेर्ट के समक्ष पेश की जाए। कोर्ट ने कहा कि दंत चिकित्सक जेल में उपलब्ध न हो तो जरूरत पड़ने पर उसे उपचार के लिए बाहर ले जाया जा सकता है।

फरवरी में खजूरी खास इलाके में हुए दंगे के मामले में उमर खालिद को एक अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। उससे पहले दंगे की साजिश रचने के एक अन्य मामले में उसे सितंबर में गिरफ्तार किया गया था। उमर खालिद के खिलाफ पूरक आरोपपत्र में कई गंभीर आरोप पुलिस ने लगाए हैं। न्यायिक हिरासत को लेकर सुनवाई के दौरान उमर खालिद ने कोर्ट में जेल प्रशासन पर इलाज न कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि दंत चिकित्सक को आज आना था, लेकिन वह नहीं आए। उसने कहा कि मेरे लिए एक सप्ताह इंतजार करना मुश्किल है।

दंगा आरोपित देवांगना की जमानत याचिका का विरोध

इधर, दिल्ली दंगे में आरोपित के तौर पर शामिल पिंजरा तोड़ समूह की सदस्य देवांगना कलिता की जमानत याचिका का कड़कड़डूमा कोर्ट में पुलिस ने विरोध किया। पुलिस ने कहा कि देवांगना पर लगे आरोप बेहद गंभीर हैं, ऐसे में उसे जमानत नहीं दी जानी चाहिए। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 16 दिसंबर को तय की है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत के सामने पुलिस की तरफ से कहा गया कि देवांगना यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जो दंगे हुए उसके पीछे भाजपा नेता कपिल मिश्र का हाथ है। अभियोजन को गलत साबित करने के लिए देवांगना की तरफ से पुलिस की निष्क्रियता का विमर्श गढ़ा जा रहा है जो की पूरी तरह से गलत है।

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