सेंधमारी करने के लिए बदल लेता था ठिकाना, फिर पुलिस के इस फारम्युले से पहुंचा सलाखों के पीछे
द्वारका जिला पुलिस ने एक ऐसे सेंधमार को गिरफ्तार किया है जिसने पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए द्वारका से अपना ठिकाना बदलकर बुराड़ी कर लिया। आरोपित द्वारका केवल वारदात को अंजाम देने ही आता था लेकिन पुलिस ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। द्वारका जिला पुलिस ने एक ऐसे सेंधमार को गिरफ्तार किया है, जिसने पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए द्वारका से अपना ठिकाना बदलकर बुराड़ी कर लिया। आरोपित द्वारका केवल वारदात को अंजाम देने ही आता था, लेकिन पुलिस ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। पूछताछ में आरोपित अजय ने पुलिस को बताया कि वह वाहन चोरी व सेंधमारी के कई वारदात को अंजाम दे चुका है।
द्वारका जिला पुलिस अधिकारियों ने बताया कि द्वारका नार्थ थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से सेंधमारी की कई वारदात सामने आई थी। इन घटनाओं को देखते हुए उपायुक्त का निर्देश था कि सेंधमारी या वाहन चोरी की घटनाओं के बाद मौके पर थाना अध्यक्ष जाएं और छानबीन करें। जांच के क्रम में द्वारका नार्थ थाना पुलिस को एक वाहन चोरी की जानकारी मिली।
इस मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करना एक चुनौती के रूप में लिया। पुलिस ने जगह-जगह पिकेट लगाकर वाहनों की तलाशी का अभियान छेड़ दिया। इस दौरान ही पुलिस को एक मोटरसाइकिल चालक नजर आया, जिसने पिकेट नजर आने के बाद वाहन की रफ्तार कम करने के बाद अचानक रफ्तार तेज कर दी। पुलिस को संदेह हुआ और आरोपित का पीछा कर उसे दबोच लिया गया।
आरोपित जिस मोटरसाइकिल पर सवार था, वह चोरी की निकली। दो दिनों तक हिरासत में पूछताछ के बाद उसने सच उगल दिया। आरोपित ने बताया कि वह उपनगरी में कई वाहन चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है। इसके अलावा वह सेंधमारी भी करता था। पूछताछ में पुलिस को उसने बताया कि इस काम में उसका एक साथी उसकी मदद करता है। वह बुराड़ी में रहता है।
आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने दो मोटरसाइकिल, 10 किलोग्राम घी, सोने की अंगूठी सहित कई सामान बरामद किए हैं। पुलिस अब आरोपित के फरार चल रहे साथी की तलाश में जुटी है।