मृत पिता को जिंदा करने के लिए बेटा घर से भागा, कहा- गुरु पूर्णिमा पर पूजा करने से हाेंगे जिंदा
कंझावला निवासी कक्षा 10 में पढ़ने वाला किशोर टेक्नोलाजी में मेधावी छात्र है। ओमान में आयोजित टेक्नोलाजी सेमिनार में वह भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुका है। बताया जा रहा है कि इसी वर्ष अप्रैल में कोरोना संक्रमण से उसके पिता व अन्य सगे-संबंधी की मौत हो गई थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण से अपने पिता व रिश्तेदारों को खो चुका एक 15 वर्षीय किशोर उन्हें दोबारा जीवित करने के लिए अध्यात्म के रास्ते पर चलने लगा। इसके लिए बिना किसी को बताए वह घर से साइकिल से भाग गया। परेशान स्वजन ने किशोर को ढूंढने के लिए पुलिस से गुहार लगाई। पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे ऋषिकेश से बरामद कर लिया।
भारत का कर चुका है प्रतिनिधत्व
जानकारी के अनुसार, उत्तरी-बाहरी जिले के कंझावला निवासी कक्षा 10 में पढ़ने वाला किशोर टेक्नोलाजी में मेधावी छात्र है। ओमान में आयोजित टेक्नोलाजी सेमिनार में वह भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुका है। बताया जा रहा है कि इसी वर्ष अप्रैल में कोरोना संक्रमण से उसके पिता व अन्य सगे-संबंधी की मौत हो गई थी। इससे किशोर को काफी सदमा लगा ।
परिजनों ने पुलिस को दी लापता होने की सूचना
29 अक्टूबर को वह परिवार में बिना किसी को कुछ बताए घर से निकल पड़ा। एक नवंबर को स्वजन ने पुलिस कमिश्नर समेत दिल्ली पुलिस के सभी थानों को ट्वीट कर किशोर के लापता होने की सूचना दी। दिल्ली पुलिस ने किशोर को तलाश करना शुरू किया। जांच के दौरान उत्तरी जिला पुलिस के एएसआइ विनोद वालिया, हवलदार शिवराज, सिपाही आशीष की टीम को पता चला कि किशोर साइकिल लेकर घर से निकला था।
जांच में हुआ अध्यात्म का खुलासा
पुलिस टीम ने किशोर द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाली डिवाइस (कम्प्यूटर, मोबाइल) का डाटा खंगालना शुरू किया। किशोर ने अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ दिया था। पुलिस ने उसके कम्प्यूटर, मोबाइल आदि की जांच की तो पता चला वह अध्यात्म के विषयों का अध्ययन कर रहा था। उसके डाटा की जांच में गुरु पूर्णिमा पर रहस्यमय अनुष्ठान का आयोजन और मृत्यु के बाद पुनर्जीवन करने के कुछ लेख मिले। पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसा लग रहा था कि वह किसी खोज में है और उसी मिशन की खोज में वह घर से भागा है।
सीसीटीवी से खुला हरिद्वार जाने का राज
पुलिस टीम ने सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की तो पता चला कि वह हरिद्वार की ओर जा रहा है। ऐसे में पुलिस टीम और किशोर के स्वजन हरिद्वार पहुंचे। लेकिन, वह वहां पर नहीं मिला। इसके बाद पुलिस टीम ऋषिकेश गई। वहां पर लक्ष्मण झूला के पास किशोर पुलिस को मिला।
विशेष पूजा से जीवित करना चाह रहा था
पता चला कि उसकी साइकिल भी चोरी हो गई थी। पूछताछ में किशोर ने बताया कि अपने करीबियों को खो देने के बाद वह अध्यात्म की राह पर चलने लगा। उसने मान लिया था कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूजा पाठ में सिद्धि के बाद विशेष काल, तिथि में मृत्यु के बाद फिर मनुष्य जीवित हो सकता है । फिलहाल पुलिस की ओर किशोर का काउंसलिंग कराई गई है।