Delhi School Reopen: पहले दिन 70 फीसद छात्र पहुंचे स्कूल, शिक्षकों और सहपाठियों के खिले चेहरे
कोरोना महामारी की वजह से बीते 10 माह से बंद पड़े स्कूल अब खुल गए हैं। राजधानी में 10वी-12वीं के बाद 9वीं-11वीं के स्कूल भी शुक्रवार से खुले। स्कूल पहुंच कर अपने शिक्षकों और साथियों से मिलने की खुशी छात्रों के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। Delhi School Reopen: राजधानी में 10वी-12वीं के बाद 9वीं-11वीं के स्कूल भी शुक्रवार से खुल गए। स्कूल पहुंच कर अपने शिक्षकों और साथियों से मिलने की खुशी छात्रों के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी। ये स्कूल कोरोना महामारी की वजह से बीते 10 माह से बंद पड़े थे। छात्र इस बीच ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन, दिल्ली सरकार के कक्षा 9-11 के स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों और छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं से राहत मिली। स्कूल में छात्रों को शिक्षकों ने पहले दिन कोरोना से संबंधित सभी नियम समझाए। उसके बाद छात्रों की टाइम टेबल के हिसाब से कक्षाएं लगी।
वहीं, कक्षा 11वीं के छात्रों को प्रायोगिक परीक्षाओं की तैयारी कराई गई। पहले दिन लगभग 70 फीसद छात्र ही स्कूल पहुंचे थे। स्कूल में छात्रों को अभिभावकों का सहमति पत्र भी लाना अनिवार्य था। कुछ स्कूलों में छात्रों के स्वागत के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए थे। करोल बाग स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय के प्रधानाचार्य हंस राज मोदी ने बताया कि वह खुद विद्यालय के मुख्य द्वार पर खड़े होकर छात्रों का स्वागत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि स्कूल परिसर को गुब्बारों, फूलों और रंगोली से सजाया गया था।
स्कूल पहुंच कर छात्रों के हाथ और बस्ते को किया गया सैनिटाइज
अपने निजी वाहनों से स्कूल पहुंचे छात्र स्कूल के मुख्य द्वार पर मास्क लगाकर पहुंच रहे थे। स्कूल परिसर में जगह-जगह गोल घेरे बनाए गए थे ताकि छात्र एक साथ नहीं बल्कि उचित दूरी बनाकर स्कूल पहुंचे। वहीं, पूरे स्कूल परिसर में भी छात्रों के लिए कोरोना से संबंधित जागरुकता बोर्ड भी लगाए गए थे। स्कूल में हर छात्र की पहले थर्मल स्कैनिंग की गई। फिर हाथ और बस्ते को सैनिटाइज किया गया। वहीं, स्कूलों में प्रार्थना सभा भी नहीं हुई।
हर कक्षा में 12-15 छात्र ही बैठेंगे
आरपीवीवी करोल बाग स्कूल में एक कक्षा में केवल 12-15 छात्र ही बैठे थे। प्रधानाचार्य हंस राज मोदी ने बताया कि हर कक्षा को दो भागों में बांटा गया है और प्रत्येक कक्षा का अलग टाइम-टेबल भी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए अभी भी शारीरिक दूरी का ध्यान रखना है ऐसे में छात्रों को अभी एक-एक सीट छोड़कर ही बैठाया जा रहा है।
बच्चों को इतने समय बाद देखकर बहुत खुशी महसूस हुई। ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों के कुछ पाठ नहीं पूरे हुए थे। अब स्कूल खुलने से वो पाठ पूरे कराए जाएंगे। स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।
छवि, शिक्षिका, राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, करोल बाग
ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों से फीडबैक लेने की अक्सर समस्या रहती थी। अब चूंकि छात्र स्कूल आ गए हैं तो कोशिश है कि उनकी हर शंका दूर की जाएगी।
अनिल, शिक्षक, राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, करोल बाग
स्कूल आकर बहुत अच्छा लगा। ऑनलाइन कक्षाओं में हमेशा नेटवर्क की समस्या रहती थी। अब शिक्षक जब सामने रहते हैं तो ऐसी कोई समस्या नहीं रहती।
शाकिब, छात्र, कक्षा 9
शिक्षकों और सहपाठियों की बहुत याद आ रही थी। स्कूल आकर सभी से मिलने का मौका मिला। आज पहला दिन था तो शिक्षकों से जिस भी विषय में समस्या आ रही थी उसको पूछा।
अंशु, छात्रा