Delhi Riots 2020: 9 आरोपितों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर, दंगा के गवाहों को सुरक्षा देगी पुलिस
इस वर्ष फरवरी महीने में उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए दंगों के मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। संबंधित मामले में चार्जशीट भी दायर की जा चुकी है। सुरक्षा के मद्देनजर इस मामले की गवाहों की पहचान सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Riots News Update: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे के मामले में नौ लोगों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया है। इसके अनुसार आरोपितों ने विभिन्न समूहों के बीच सांप्रदायिक तनाव बढ़ाया। उन्होंने एक वॉट्सऐप ग्रुप के जरिये अपने मंसूबों को अंजाम दिया। दंगे के दौरान गोकुलपुरी इलाके में हाशिम अली और उनके भाई की हत्या की गई थी। उनके शवों को नाले में फेंक दिया गया था।
इस मामले में लोकेश कुमार सोलंकी, पंकज शर्मा, सुमित चौधरी, अंकित चौधरी, राजकुमार, ऋषभ चौधरी, जतिन शर्मा, विवेक पांचाल और हिमांशु ठाकुर आरोपित हैं। इसी मामले की जांच करते हुए अपराध शाखा ने पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है। जिसमें बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया सामने आया है कि आरोपितों ने पूरी साजिश के तहत मंसूबों को अंजाम दिया था। पुलिस ने दावा किया है कि विशेष समुदाय से बदला लेने के लिए फरवरी में कट्टर हिंदू एकता समेत कई वॉट्सऐप ग्रुप बनाए थे और आरोपित अन्य दंगाइयों के साथ गंगा विहार व भागीरथी विहार में सक्रिय थे।
दंगा के गवाहों को सुरक्षा प्रदान करेगी पुलिस
इस वर्ष फरवरी महीने में उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए दंगों के मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। संबंधित मामले में चार्जशीट भी दायर की जा चुकी है। सुरक्षा के मद्देनजर इस मामले की गवाहों की पहचान सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन अदालत के संबंधित दस्तावेज में कुछ गवाहों के नाम उजागर हो गए हैं।
चार्जशीट की कापी आरोपितों को भी देनी होती है। उनमें भी गवाहों के नाम हैं। चूंकि गवाह अदालत से संरक्षित हैं। इसलिए उनकी पहचान प्रकाशित नहीं की जानी चाहिए थी। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन गवाहों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। दिल्ली पुलिस गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता कदम उठा रही है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो