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दिल्ली दंगा - हाईकोर्ट ने तिहाड़ जेल में बंद इन दो कैदियों को कोरोनाकाल में दी ये विशेष सुविधा

नताशा नरवाल और देवांगना कलीता दोनों जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की छात्राएं हैं। कलीता जेएनयू की सेंटर फॉर वीमेन स्टडीज की एमफिल छात्रा वहीं नताशा नरवाल सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज की पीएचडी छात्रा हैं। इसके साथ ही दोनों पिंजरा तोड़ की संस्थापक सदस्य हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 01:30 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 01:30 PM (IST)
दिल्ली दंगा - हाईकोर्ट ने तिहाड़ जेल में बंद इन दो कैदियों को कोरोनाकाल में दी ये विशेष सुविधा
हाई कोर्ट ने तिहाड़ जेल में बंद देवांगना व नताशा को दी अनुमति।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली दंगा मामले में गिरफ्तार की गई पिंजड़ा तोड़ सदस्य नताशा नरवाल और देवांगना कालिता को दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने खर्च पर अपनी पसंद का निजी डाक्टर से इलाज कराने की अनुमति दे दी है। न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ ने कहा कि कैदियों को अपनी पसंद के निजी चिकित्सक से उपचार लेने की भी सुविधा होनी चाहिए। हालांकि, शुल्क का भुगतान कैदियों से ही वहन किया जाना चाहिए। नरवाल और कलिता दोनों की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता अदित पुजारी ने बताया कि मौजूदा व्यवस्था में भारत के बाहर से किसी को भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग मुलाकत की अनुमति नहीं दी जा रही है।

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जेल अधिकारियों के पास विदेशी नागरिकों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग मुलाकात या वर्चुअल मीट की अनुमति नहीं देने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने जेल में बंद व्यक्तियों को अपने स्वयं के खर्च पर अपनी पसंद के निजी चिकित्सक तक पहुंचने की अनुमति देने की भी मांग की। दिल्ली सरकार की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता गौतम नारायण ने इन मामलों पर निर्देश लेने के लिए समय देने की मांग की। पीठ ने कहा मामले में पिछली सुनवाई के बाद से जेल की स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाए गए हैं।

देवांगना कलीता के अलावा पिंजरा तोड़ की एक अन्य सदस्य नताशा नरवाल को भी पुलिस ने 23 मार्च को दिल्ली हिंसा के संबंध में गिरफ्तार किया था। इन पर कई और गंभीर आरोप दिल्ली पुलिस की ओर से लगाए गए हैं। गौरतलब है कि नताशा नरवाल और देवांगना कलीता दोनों जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की छात्राएं हैं। कलीता जेएनयू की सेंटर फॉर वीमेन स्टडीज की एमफिल छात्रा, वहीं, नताशा नरवाल सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज की पीएचडी छात्रा हैं। इसके साथ ही दोनों पिंजरा तोड़ की संस्थापक सदस्य हैं। गौरतलब है कि पिंजरा तोड़ की कार्यकर्ता देवांगना कलीता और नताशा नरवाल को दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, देवांगना कलीता एक और मामले में गिरफ्तार हैं और उनसे पूछताछ चल रही है। इसलिए वे अभी जेल में बंद रहेंगी।


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