दिल्ली में फिर से बढ़ने लगे कोरोना के मरीज, नामी अस्पताल के डॉक्टर ने बताई इसकी वजह
गंगाराम अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन के विशेषज्ञ डा. बॉबी भालोत्रा ने कहा कि लोग पहले की तरह मास्क पहनने व हाथ धोने के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। इस वजह से मामले बढ़ रहे हैं। यदि मास्क पहनने में ढिलाई बरती गई तो मामले ज्यादा बढ़ सकते हैं।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। इस वजह से दो माह बाद कोरोना के 400 से अधिक मामले आए। संक्रमण दर बढ़कर 0.59 फीसद हो गई है। इस वजह से बृहस्पतिवार को 409 मामले आए, जो 61 दिनों में सर्वाधिक है। इससे पहले नौ जनवरी को कोरोना के 519 मामले आए थे। कोरोना के मामले बढ़ने से सक्रिय मरीजों की संख्या भी बढ़कर दो हजार से अधिक हो गई है। वहीं तीन मरीजों की मौत हो गई।
गंगाराम अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन के विशेषज्ञ डा. बॉबी भालोत्रा ने कहा कि लोग पहले की तरह मास्क पहनने व हाथ धोने के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। इस वजह से मामले बढ़ रहे हैं। यदि मास्क पहनने में ढिलाई बरती गई तो मामले ज्यादा बढ़ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि लोग सचेत रहें और मास्क का इस्तेमाल जरूरी करें। दफ्तरों में जहां अधिक कर्मचारी बैठते हों वहां मास्क का इस्तेमाल जरूरी है। कुछ दिन पहले अस्पताल में कोरोना के सिर्फ तीन-चार मरीज रह गए थे। अब अस्पताल में मरीजों की संख्या दोबारा बढ़ने लगी है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, छह लाख 42 हजार 439 मामले आ चुके हैं। जिसमें से छह लाख 29 हजार 485 मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे मरीजों के ठीक होने की दर 97.98 फीसद है। जबकि कुछ दिन पहले मरीजों के ठीक होने की दर 98.12 फीसद हो गई थी। वहीं मृतकों की संख्या बढ़कर 10,934 हो गई है। इस वजह से मृत्यु दर 1.70 फीसद है। सक्रिय मरीजों की संख्या 1900 से बढ़कर 2020 हो गई है। इस वजह से अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या भी 544 से बढ़कर 579 हो गई है। चार मरीज कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं। इसके अलावा 1028 मरीज होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं।
24 घंटे में 69,810 सैंपल की जांच
दिल्ली में अब तक कुल एक करोड़ 30 लाख 81 हजार 513 सैंपल की जांच हो चुकी है। जिसमें से 69,810 सैंपल की जांच पिछले 24 घंटे में हुई है। इनमें से 0.59 फीसद सैंपल पाजिटिव पाए गए। एक दिन पहले संक्रमण दर 0.52 फीसद थी। पिछले माह संक्रमण दर काफी दिनों तक 0.30 फीसद से कम थी। संक्रमण बढ़ने के कारण कंटेनमेंट जोन भी बढ़ने लगे हैं। दिल्ली में अभी 592 कंटेनमेंट जोन हैं।