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Delhi Pollution 2020: हरियाणा से सटे दिल्ली के इस इलाके के लोग ले रहे ज्यादा प्रदूषित हवा में सांस

बवाना व आसपास के इलाकों में सड़कों पर उड़ती धूल भी प्रदूषण बढ़ने का एक कारण है। जेजे कॉलोनी बवाना दरियापुर पूठ खुर्द आदि गांवों में धूल उड़ती रहती है। इस धूल का कोई पुख्ता इंतजाम न करने के कारण भी प्रदूषण बढ़ रहा है

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 08:43 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 08:43 PM (IST)
Delhi Pollution 2020: हरियाणा से सटे दिल्ली के इस इलाके के लोग ले रहे ज्यादा प्रदूषित हवा में सांस
मुंडका का एक्यूआइ 427 दर्ज किया गया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हुए दो सप्ताह हो चुके हैं, बावजूद इसके बढ़ते प्रदूषण पर लगाम नहीं लग पा रही है। बृहस्पतिवार को राजधानी दिल्ली के बवाना में लोगों ने सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा में सांस ली। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बृहस्पतिवार को बाहरी दिल्ली के सभी क्षेत्रों की हवा खतरनाक स्थिति में बनी रही। बवाना का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) जहां राजधानी में सबसे ज्यादा 453 दर्ज किया गया, वहीं मुंडका का एक्यूआइ 427 दर्ज किया गया। मुंडका की हवा बवाना के बाद सबसे ज्यादा खराब रही। राजधानी की हवा प्रदूषित करने में बृहस्पतिवार को पराली के धुएं का 36 फीसद योगदान रहा।

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यह धुआं हरियाणा व पंजाब में जलाई गई पराली का ही था, जो हवा चलने पर दिल्ली में पहुंच गया। मुंडका और बवाना दोनों ही जगह ऐसी हैं जो हरियाणा की सीमा के सबसे पास है। हरियाणा से पराली का धुआं सबसे पहले यहीं पहुंचा है। क्योंकि दोनों जगह हरियाणा बॉर्डर से छह से सात किलोमीटर दूर हैं।

सड़कों पर उड़ती धूल भी बढ़ा रही प्रदूषण

बवाना व आसपास के इलाकों में सड़कों पर उड़ती धूल भी प्रदूषण बढ़ने का एक कारण है। जेजे कॉलोनी, बवाना, दरियापुर, पूठ खुर्द आदि गांवों में धूल उड़ती रहती है। इस धूल का कोई पुख्ता इंतजाम न करने के कारण भी प्रदूषण बढ़ रहा है। इसके अलावा बवाना व आसपास के क्षेत्र में भी कई ऐसी फैक्ट्रियां हैं, जो हवा में जहर घोल रही हैं। ये फैक्ट्रियां अंधेरा होते ही जहरीला धुआं छोड़ने लगती हैं।

बवाना व आसपास के इलाकों में जलाई जा रही पराली

बवाना व आसपास के इलाकों में जलाई गई पराली की वजह से भी बवाना की हवा सबसे खराब श्रेणी में आ गई है। सोमवार को नांगल ठाकरान, मंगलवार को दरियापुर गांव और बुधवार को बवाना में पराली जलाई गई थी। इसके कारण भी बवाना में प्रदूषण बढ़ा है।

ऐसी रही हवा की स्थिति

क्षेत्र ---- एक्यूआइ

नरेला 402

अलीपुर 404

जहांगीरपुरी 410

रोहिणी 413

वजीरपुर 420

मुंडका 427

बवाना 453

(नोट: आंकड़े रात आठ बजे तक के)

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