Delhi Politics: दिल्ली के सफल मॉडल पर दुनिया चमत्कृत- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने के बाद ही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना करना पड़ा। उनकी सरकार ने जनता के सहयोग से कोरोना के विरुद्ध मजबूती से लड़ाई लड़ी। इस दौरान सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने के बाद ही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना करना पड़ा। उनकी सरकार ने जनता के सहयोग से कोरोना के विरुद्ध मजबूती से लड़ाई लड़ी। इस दौरान सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए, जिनका बाद में देश के दूसरे राज्यों ने और दुनिया में अनुसरण किया।
सरकार के इस कार्यकाल के पिछले एक साल के अनुभव को साझा करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरा विश्व, पूरा देश और हम सब दिल्लीवासी पिछले एक वर्ष से कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं, संघर्ष कर रहे हैं। उम्मीद है कि इस वर्ष हम सब लोगों को अब कोरोना महामारी से छुटकारा मिलेगा।
दुनिया को दी होम आइसोलेशन व प्लाज्मा थेरेपी
केजरीवाल ने कहा कि सबसे पहले दिल्ली के डाक्टरों ने पहल करके दुनिया को प्लाज्मा थेरेपी दी। दुनिया में सबसे पहले होम आइसोलेशन की शुरुआत दिल्ली में की गई। यह कदम अहम था और इसने हालात सुधारने में उल्लेखनीय योगदान दिया।
लाकडाउन में हर महीने एक करोड़ लोगों को राशन दिया
केजरीवाल ने कहा कि लाकडाउन का समय बहुत कठिन दौर था। उस दौरान एक करोड़ लोगों को हर महीने सूखा राशन दिया गया। दस लाख लोगों के लिए प्रतिदिन लंच और डिनर की व्यवस्था की गई। हमने एक लाख 56 हजार आटो और टैक्सी ड्राइवरों के बैंक खाते में पांच-पांच हजार रुपये तथा 44 हजार निर्माण मजदूरों के खाते में 10-10 हजार रुपये जमा कराए।
कोरोना योद्धाओं को एक करोड़ रुपये की सहयोग राशि दी
कोरोना के दौरान कर्मचारियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की सेवा की, कुछ की जान भी चली गई। जिम्मेदार सरकार होने के नाते इन कोरोना योद्धाओं के परिजनों की मदद के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ने कई कोरोना योद्धाओं के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी।
बंद नहीं किया पानी और बिजली मुफ्त देना
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि कोरोना काल में हमारा टैक्स आना बंद हो गया था। लेकिन फिर भी हमने मुफ्त बिजली और पानी की स्कीम बंद नहीं की। हमने बायो डिकंपोजर के रूप में पराली का समाधान दिया है। इसके अलावा, सरकार के स्कूल में बारहवीं कक्षा में 98 फीसद छात्र उत्तीर्ण रहे हैं। खास बात यह है कि इस वर्ष दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में 98 फीसद छात्र पास हुए थे। इसके बाद कंपार्टमेंट में भी एक फीसद छात्र पास हुए हैं।
मार्च से शुरू होगी राशन की डोर स्टेप डिलीवरी
मुख्यमंत्री केजरीवाल कहते हैं कि मुङो खुशी है कि मार्च के महीने तक राशन की डोर स्टेप डिलीवरी चालू कर दी जाएगी। इसमें अब लोगों को राशन की दुकान पर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब लोगों को 25 किलो गेहूं और 10 किलो चावल मिलना है, तो 25 किलो की एक शानदार पैकिंग में साफ-सुथरा गेहूं या आटा और 10 किलो चावल की एक बोरी बनाकर उनके घर पहुंचा दी जाएगी।