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Toolkit plot Conspiracy: विदेशी नागरिकों को भी आरोपित बनाएगी दिल्ली पुलिस

Toolkit plot Conspiracy विदेशी नागरिकों पीटर फ्रेडरिक भजन सिंह भिंडर पुनीत मैरिना पैटर्सन अनिता लाल थिराका शुभम व अन्य को आरोपित बनाएगी। दिल्ली पुलिस की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 08:04 AM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 08:46 AM (IST)
Toolkit plot Conspiracy: विदेशी नागरिकों को भी आरोपित बनाएगी दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Toolkit plot Conspiracy:  तीनों केंद्रीय कृषि कानून विरोधी आंदोलन के बहाने भारत को दुनियाभर में बदनाम करने के लिए बनाई गई टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीजेएफ) के संस्थापक मो धालीवाल समेत उससे जुड़े तमाम विदेशी नागरिकों पीटर फ्रेडरिक, भजन सिंह भिंडर, पुनीत, मैरिना पैटर्सन, अनिता लाल, थिराका, शुभम व अन्य को आरोपित बनाएगी। दिल्ली पुलिस की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है।

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दिल्ली पुलिस के इस जांच अधिकारी ने बताया कि विदेश में बैठे खालिस्तान समर्थकों ने ही मुख्य तौर पर साजिश रची और भारत में रहने वाले कुछ चेहरों का सहारा लिया, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को बरगलाया जा सके। खास तौर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकारों पर दबाव बनाने वाले वैश्विक आंदोलन एक्सटिंक्शन रेबेलियन (एक्सआर) के सदस्यों की मदद ली। उक्त विदेशी नागरिकों के संपर्क में देश-विदेश के कई जलवायु और पर्यावरण कार्यकर्ता हैं।

जांच से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक ईमेल अकाउंट दूसरे नाम से बनाए गए थे, लेकिन उसका इस्तेमाल निकिता, दिशा व शांतनु कर रहे थे। साइबर सेल ने गूगल से जानकारी मांगी थी कि टूलकिट भारत के किस शहर में और किस आइपी से बनाई गई थी, इस पर गूगल ने महाराष्ट्र व कर्नाटक में आइपी एड्रेस के बारे में भी जानकारी दी है। ज्ञात रहे शनिवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पुलिस ने बताया था कि दिशा ने 'इंटरनेशनल फार्मर स्ट्राइक' नाम से जो वाट्सएप ग्रुप बनाया था, उसमें ग्रुप के सदस्यों से हुई सभी बातचीत को उसने डिलीट कर दिया।

बता दें कि 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान देश की राजधानी में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। उपद्रवी किसानों ने प्रदर्शन की सारी मर्यादा को तोड़ते हुए लाल किला की प्राचीर पर चढ़कर तिरंगे के बगल में अन्य झंडा तक लगा दिया था। कई घंटों तक उपद्रवी का उन्माद जारी रहा, जिसमें 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल भी हुए।


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