Encounter in Delhi: दिल्ली में एनकाउंटर के बाद 2 लाख का इनामी बदमाश गिरफ्तार
पुलिस को देखते ही बदमाश रुपेंद्र और अमित ने फायरिंग शुरू कर दी। वहीं जवाबी फायरिंग में बदमाश रुपेंद्र घायल हो गया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ एक और बदमाश गिरफ्तार हुआ है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रोहिणी में मुठभेड़ के बाद हरियाणा के दो कुख्यात बदमाश को गिरफ्तार किया है। दोनों बदमाश संदीप बदवासनी गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं और उन पर हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी और लूटपाट के कई मामले दर्ज हैं। मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से 28 गोलियां चलीं। पैर में गोली लगने से बदमाश घायल हो गए।
बदमाशों की पहचान सोनीपत निवासी रुपेंद्र और हिसार के रहने वाले अमित सुतारस के रूप में हुई है। रुपेंद्र हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर की हत्या का प्रयास कर चुका है। रुपेंद्र हरियाणा में हुई चार वारदात जबकि अमित दो मामले में पुलिस का वांछित था। हरियाणा पुलिस ने फरार चल रहे रुपेंद्र पर दो लाख रुपये का इनाम रख रखा था। पुलिस ने बदमाशों के पास से तीन पिस्टल, 8 कारतूस सहित एक कार बरामद की है।
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि कुख्यात संदीप बदवासनी गिरोह के वांछित बदमाशों के दिल्ली में छुपे होने का पता चला था। गुरुग्राम पुलिस ने भी गिरोह के दो बदमाशों के दिल्ली में होने की जानकारी दी थी। जिसके बाद उन्हें दबोचने के लिए एसीपी संजय दत्त और इंस्पेक्टर मान सिंह की टीम बदमाशों पर नजर रख रही थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि कुख्यात बदमाश रुपेंद्र और अमित अपने प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों को खत्म करने के मकसद से रोहिणी इलाके में आने वाले हैं। जिसके बाद स्पेशल सेल और गुरुग्राम पुलिस की टीम ने 24 नवंबर के तड़के रोहिणी सेक्टर 29 इलाके में घेराबंदी कर दी।
तड़के करीब चार बजे पुलिस की टीम ने बदमाशों को सफेद रंग की होंडा सिटी कार से आता देख उन्हें रुकने का इशारा किया। लेकिन बदमाश बजाए रुकने के कार से फरार होने लगे। तभी बदमाशों की कार डिवाइडर से टकराकर रूक गई और पुलिस से खुद को घिरा देख उन्होंने पिस्टल निकाल पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण बदमाशों की गोली से दिल्ली पुलिस के एसआइ पुनीत और गुरुग्राम पुलिस के एसआइ राज कुमार बाल-बाल बचे। मुठभेड़ के दौरान बदमाशों ने पुलिस पर 11 गोलियां चलाई। जबकि पुलिस ने बचाव में 17 गोलियां दागी। इनमें से पुलिस की दो गोली बदमाशों के पैर में लगी और वे घायल हो गए। जिसके बाद रुपेंद्र और अमित को दबोच लिया गया। वहीं, घायल बदमाशों को इलाज के लिए रोहिणी स्थित बीएसए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बदमाश कई जघन्य मामले में हैं शामिल
संजीव कुमार यादव ने बताया कि रुपेंद्र संदीप बदवासनी का खासा करीबी था। संदीप के इशारे पर रुपेंद्र ने अजय के साथ मिलकर गन्नौर कोर्ट में विरोधी गुट के बदमाश विकास की हत्या कर दी थी। वहीं, हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर पर जानलेवा हमला करने के साथ ही वह कई जघन्य वारदात कर चुका है। जबकि अन्य बदमाश अमित वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुका है। वह वर्ष 2016 में जिला स्तर पर अायोजित प्रतियोगिता में खेल चुका है। वर्ष 2017 में उसने प्रतिद्वंद्वी गिरोह के मनीष और मुकेश की हत्या का प्रयास किया था। रुपेंद्र पर कुल सात मुकदमें जबकि अमित पर पहले से चार मुकदमें दर्ज हैं।
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