एनसीईआरटी की पायरेटेड किताबें बनाने वाला पुलिस ने दबोचा
पूर्वी दिल्ली के मंडोली में स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस में छापेमारी कर वहां से भारी मात्र में किताबें जब्त की थीं। इस दौरान मुख्य आरोपित शाहदरा निवासी मनोज जैन फरार हो गया था। सोमवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपित मनोज जैन को गिरफ्तार कर लिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 19 सितंबर को एनसीईआरटी की पायरेटेड किताबें बनाने के मामले में पूर्वी दिल्ली के मंडोली में स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस में छापेमारी कर वहां से भारी मात्र में किताबें जब्त की थीं। इस दौरान मुख्य आरोपित शाहदरा निवासी मनोज जैन फरार हो गया था। सोमवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपित मनोज जैन को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 19 सितंबर को मंडोली के मेला राम फार्म स्थित प्रिंटिंग प्रेस से पांच हजार पायरेटेड किताब, 80 हजार प्रिंटेड कागज की शीट, 166 मेटालिक प्लेट, दो आफसेट प्रिंटिंग प्रेस और भारी मात्र में एनसीईआरटी वाटर मार्क वाले प्लेन पेपर बरामद किए गए थे, लेकिन आरोपित मनोज जैन फरार हो गया था। इस मामले में आरोपित को पकड़ने के लिए इंस्पेक्टर विनोद अहलावत के नेतृत्व में एसआइ प्रकाश, एएसआइ सतेंद्र, हरेंद्र, हवलदार पंकज, सिपाही विनीत व मोनू की टीम का गठन किया गया। मामले की जांच कर रही पुलिस ने चार अक्टूबर को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह पहले एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था। उसके बाद वह अपना प्रिंटिंग प्रेस चलाने लगा। लाकडाउन के कारण उसे कारोबार में भारी नुकसान हुआ था। उसी नुकसान की भरपाई करने के लिए आरोपित ने एनसीईआरटी की पायरेटेड किताबों को छापना शुरू कर दिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि निजी स्कूलों में पहले निजी प्रकाशन की महंगी किताबों को खरीदने के लिए छात्रों पर दबाव बनाया जाता था। इसके लिए स्कूलों को मुनाफा मिलता था। इसकी शिकायत के बाद सरकार ने सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों को अनिवार्य करने का फैसला लिया। इसी के चलते आरोपित ने पायरेटेड किताबों को छाप कर कम कीमत में दुकानदारों को किताबें उपलब्ध कराई। फिलहाल, पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।