रास्ते में फंसे महिला और कैंसर पीड़ित बच्चे के लिए मसीहा बन पहुंची दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने मानवता की मिसाल देते हुए एक ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्चे को उसके घर पहुंचाया। घर पहुंचने पर महिला और बच्चे ने पुलिस का शुकिया अदा किया।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। लॉकडाउन के कारण सभी अपने-अपने घरों में कैद हैं। ऐसे समय में दिल्ली पुलिस अपनी सेवा में लगी है। इस लॉकडाउन के दौरान एक ऐसा वक्या हुआ जिसकी तारीफ हर जगह हो रही है। दिल्ली पुलिस ने मानवता की मिसाल देते हुए एक ब्लड कैंसर से पीड़ित बच्चे को उसके घर पहुंचाया। घर पहुंचने पर महिला और बच्चे ने पुलिस का शुकिया अदा किया।
मामला है दक्षिणी दिल्ली के पीएस केमपुर का। यहां एक महिला अपने कैंसर पीड़ित बच्चे के साथ रास्ते में फंस गई थी जिसके बाद वह मदद के लिए गुहार लगा रही थी। हालांकि काफी परेशानी के बीच भी वह किसी मदद की उम्मीद में वहीं बैठी रही।
कुछ देर बाद पुलिस में एएसआइ राजेश कुमार ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए उसे घर छोड़ा। घर पहुंचते ही मां और बच्चे ने राहत की सांस ली। मां के अनुसार बच्चा बीमार है जिसके कारण वह काफी परेशान थी। दोनों मां और बच्चे ने पुलिस को शुकिया कहा है। यह पूरा वक्या सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
इधर, लॉकडाउन में बेवजह बाहर निकलने वाले लोगों पर सख्ती करने के साथ ही दिल्ली पुलिस विभिन्न जिलों में प्रतिदिन दो लाख लोगों को भोजन भी करा रही है। इसके लिए 15 जिलों में 400 एनजीओ का सहयोग लिया जा रहा है। अब तक दिल्ली पुलिस की हेल्पलाइन पर पैसे और खाना न होने से संबंधित 474 कॉल आ चुकी हैं।
विभिन्न एनजीओ की मदद से ऐसे परिवारों को भोजन और घर पर खाना बनाने के लिए राशन उपलब्ध कराया गया है। हर थाना क्षेत्र में सड़क पर रहने वाले, रिक्शा चालक, कबाड़ बीनने वाले और बेघर लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है। पुलिस ने 15 जिलों में 250 केंद्र बनाए हैं, जहां दोपहर और रात का भोजन लोगों को बांटा जा रहा है। शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शनिवार को मध्य दिल्ली में 20 हजार 400 लोगों को दोपहर और रात का भोजन कराया गया। राजधानी के 15 जिलों में शनिवार को दो लाख लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई, वहीं कुछ एनजीओ व कंपनियों की मदद से लोगों तक राशन पहुंचाने की व्यवस्था भी की जा रही है।