फर्जी बिल बनाकर चोरी के मोबाइल बेचने वाले को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार
दक्षिण-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त राजेन्द्र प्रसाद मीणा ने बताया कि पुलिस को मोबाइल चोरी की एक शिकायत मिली थी। इसके बाद पुलिस चोरी हुए मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर लोकेशन के आधार पर उत्तर प्रदेश के मेरठ पहुंची जहां से इस शातिर को पकड़ा गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। ओखला थाना पुलिस ने चोरी के मोबाइल का फर्जी बिल बनाकर बेचने वाले युवक को नूंह से गिरफ्तार किया है। उसके पास से चोरी के 37 मोबाइल व एक कार बरामद हुई है। आरोपित की पहचान अकील के रूप में हुई है। वह हरियाणा के नूंह में मोबाइल की दुकान चलाता है।
पुलिस को मिली थी मोबाइल चोरी की शिकायत
दक्षिण-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त राजेन्द्र प्रसाद मीणा ने बताया कि पुलिस को मोबाइल चोरी की एक शिकायत मिली थी। इसके बाद पुलिस चोरी हुए मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर लोकेशन के आधार पर उत्तर प्रदेश के मेरठ पहुंची। यहां मोनू नाम के युवक के पास चोरी का मोबाइल मिला। उसने बिल दिखाते हुए बताया कि यह मोबाइल नाजिम की दुकान से खरीदा है। जब पुलिस नाजिम के पास पुलिस पहुंची तो उसने बताया कि वह फरहान से सेकंड हैंड मोबाइल खरीदता है। उसके पास खरीद के दस्तावेज भी हैं। इसके बाद पुलिस फरहान के पास पहुंची। उसने बताया कि वह नूंह निवासी अकील से सेकंड हैंड मोबाइल खरीदता है, वह इसके कागजात भी बनाकर देता है। पुलिस ने नूंह से अकील को गिरफ्तार कर लिया।
चोरी के 36 मोबाइल बरामद
उसके पास से एक कार व चोरी के 36 मोबाइल बरामद हुए हैं। इसमें से एक मोबाइल बदरपुर से, जबकि पांच ओखला इलाके से चोरी किए गए थे। उसने बताया कि वह राजस्थान से सस्ते दामों में चोरी के मोबाइल खरीदता था और लोगों से ई-कामर्स साइट से खरीदने की कहकर फर्जी बिल बनाकर उन्हें बेच देता था।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में मोबाइल चोर काफी एक्टिव हैं। इसके कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। अक्सर यह लोगों को अकेला देखकर उनसे मोबाइल छीन लेते हैं फिर उसी मोबाइल को सिम निकाल कर दूसरे को बेच देते हैं। इधर दिल्ली पुलिस भी इन मोबाइल चोरों को पकड़ने के लिए काफी एक्टिव तरीके से लगी है। हर चोरी का मोबाइल सर्विलांस पर लगा कर चोरों के लोकेशन को ट्रेस करने की कोशिश की जाती है ताकि जल्द से जल्द इन्हें दबोचा जा सके।