दिल्ली पुलिस ने पकड़ा दो लाख का इनामी नक्सली, अब तक पांच बार हो चुका है गिरफ्तार
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह नक्सलियों का एक बड़ा रिसीवर है। इसपर 2 लाख रुपए का इनाम भी है। पकड़ा गया शख्स काफी लंबे वक्त से नक्सली गतिविधियों में शामिल था।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने साथियों को कारतूस पहुंचाने वाले नक्सली नेता अजीत रे को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। वह 25 वर्षों से महाराष्ट्र, ओडिशा व छत्तीसगढ़ समेत नक्सल प्रभावित कई राज्यों के नक्सलियों को कारतूस पहुंचाता था और उनके साथ रहता भी था। उस पर दिल्ली पुलिस की तरफ से दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। छत्तीसगढ़ चुनाव से पहले उसकी गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है।
डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि 48 वर्षीय अजीत रे मूल रूप से पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) का रहने वाला है और 1971 से गढ़चिरौली में रह रहा था। उसने महाराष्ट्र के चंदरपुर जिला स्थित एक कॉलेज से रसायन शास्त्र से बीएससी किया था और दिखावे के लिए नक्सली इलाके के जंगलों में काम कराने का सरकारी ठेका लेता था, लेकिन इसकी आड़ में नक्सलियों को कारतूस पहुंचाता था। सीपीआइ कमांडरों के निर्देश पर वह राष्ट्रविरोधी वारदात करता था।
उसे 1991-92 में नक्सली गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पहली बार गिरफ्तार किया गया था और अब तक पांच बार गिरफ्तार हो चुका है। 2005 में अजीत को ओडिशा पुलिस ने नकली नोटों की तस्करी के आरोप में और 2008 में नक्सलियों को हथियार व कारतूस पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसके पास से नक्सलियों से संबंधित साहित्य मिले थे।