13 वर्ष से फरार चल रहा आरोपित हरियाणा से गिरफ्तार, नाम बदल कर पुलिस को दे रहा था चकमा
नई दिल्ली डीसीपी डा. ईश सिंघल ने बताया कि तिलक मार्ग इलाके में वर्ष 2004 में एक शख्स वाहन से व्यक्ति को टक्कर मार घायल कर फरार हो गया था। पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से वाहन के रजिस्ट्रेशन से आरोपित बलराम का पता लगाया था।
नई दिल्ली, संतोष शर्मा। नई दिल्ली जिला पुलिस ने 13 वर्ष से फरार चल रहे आरोपित को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ तिलक मार्ग थाने में मुकदमा दर्ज हैं। वाहन से टक्कर मारने के बाद से ही वह फरार चल रहा था। लिहाजा पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर उसकी तलाश में लगी थी। उधर पुलिस से बचने के लिए वह अपना नाम बदलकर गुरुग्राम में रह रहा था। आरोपित की पहचान बलराम के रूप में हुई है।
नई दिल्ली के डीसीपी डा. ईश सिंघल ने बताया कि तिलक मार्ग इलाके में वर्ष 2004 में एक शख्स वाहन से व्यक्ति को टक्कर मार घायल कर फरार हो गया था। पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से वाहन के रजिस्ट्रेशन से आरोपित बलराम का पता लगाया था। लेकिन, जब तक पुलिस वहां पहुंची तब तक वह फरार हो चुका था। पुलिस को चकमा देने के लिए वह लगातार ठिकाने बदलकर रह रहा था।
वर्ष 2004 की इस घटना के मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने अगस्त 2007 में आरोपित बलराम को भगौड़ा घोषित किया था। इसी बीच तिलक मार्ग थाने के एसआई विनोद कुमार और हेड कॉन्स्टेबल अजीत सिंह को सूचना मिली थी कि लंबे अर्से से फरार चल रहा आरोपित गुरुग्राम के सिधरावली में नाम बदलकर रह रहा है।
इसके बाद पुलिस की टीम 12 जनवरी को बलराम को गिरफ्तार करने पहुंची। लेकिन, पुलिस को देखते वह फरार होने लगा। लेकिन पुलिस की टीम ने पीछा करने के बाद एनएच-8 के पास से उसे धर दबोचा। पूछताछ में बलराम ने बताया कि सजा के डर से वह अदालत में पेश नहीं हो रहा था और पुलिस से बचने के लिए वह नाम बदलकर अलग-अलग जगहों पर रह रहा था।
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